भोपाल, 19 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता दत्तात्रेय होसबाले ने रविवार को भारतीय संस्कृति में माताओं और उनके बच्चों के बीच मजबूत संबंध को रेखांकित किया।
उन्होंने जिजामाता और छत्रपति शिवाजी महाराज को याद करते हुए, और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अपनी मां के प्रति असीम प्रेम का हवाला देते हुए यह कहा।
होसबाले आरएसएस के ‘क्रीड़ा भारती’ संगठन द्वारा आयोजित ‘जिजामाता सम्मान समारोह’ को संबोधित कर रहे थे, जिस दौरान जिमनास्ट दीपा करमाकर, हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश, पैरा निशानेबाज अवनि लेखरा, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद की माताओं को सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जिजामाता एक योग्य प्रशासक थीं। वह आत्मनिर्णय और दूरदर्शिता की प्रतिमूर्ति थीं और उन्होंने चुनौतियों का डटकर सामना किया। जिजामाता के प्रयासों के कारण ही शिवाजी ने एक के बाद एक किले जीते और इतिहास रचा।’’
इस बात का उल्लेख करते हुए कि देश की माताएं किस तरह समर्पित भाव से काम करती हैं और अपने बच्चों के जीवन को आकार देने के लिए त्याग करती हैं, होसबाले ने बताया कि शिवाजी को बचपन में, जिजामाता ने हिंदू धर्मग्रंथों की कहानियां सुनाई थीं।
आरएसएस नेता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपनी मां से बहुत लगाव था। हम सभी ने यह देखा है।’’
खेलों के बारे में उन्होंने कहा कि देश को खो-खो और कबड्डी में विशेषज्ञता हासिल है।
खेलों के महत्व पर जोर देते हुए होसबाले ने स्वामी विवेकानंद की यह उक्ति उद्धृत की, ‘‘फुटबॉल अच्छा खेलो, तभी तुम भगवद् गीता को बेहतर समझ पाओगे।’’
भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के करीबी रिश्तेदार भीम सिंह को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया क्योंकि ओलंपिक स्वर्ण एवं रजत पदक विजेता और उनकी मां इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकीं।
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