नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) ब्रह्मपुत्र साहित्य महोत्सव पहली बार असम से बाहर आयोजित होगा। इसका विशेष संस्करण 6 से 8 फरवरी तक नयी दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में आयोजित किया जाएगा।
आयोजकों ने कहा कि तीन दिन में 12 सत्रों में 42 वक्ता पूर्वोत्तर को परिभाषित करने वाली साहित्य, कला और विचारों की समृद्ध विरासत का बखान करेंगे।
वक्ताओं में पुरस्कार विजेता लेखक अरूप कुमार दत्ता, रीता चौधरी और किनफम सिंग नोंगकिनरिह, लेखक-अनुवादक मित्रा फुकन और लेखक-कलाकार परिस्मिता सिंह शामिल हैं।
भारत मंडपम के ‘आथर्स कॉर्नर’ में आधारशिला ट्रस्ट यह महोत्सव आयोजित करेगा और इसके सत्र प्रतिदिन अपराह्न तीन बजे से शुरू होंगे।
आयोजकों ने कहा कि यह एक विशेष संस्करण है और यह महोत्सव अगले वर्ष असम में पुनः आयोजित किया जाएगा।
महोत्सव का समापन कवि, गीतकार और शिक्षाविद मैत्रेयी पातर की प्रस्तुति के साथ संगीतमय माहौल में होगा।
महोत्सव निदेशक एवं आधारशिला ट्रस्ट संस्थापक रीता चौधरी ने कहा कि इस महोत्सव में पुराने और नए लोगों को एक मंच प्रदान करके ‘‘हमारे राज्य, क्षेत्र और देश की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों की झलक पेश की जाएगी।
भाषा अमित जोहेब
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