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Friday, 10 January, 2025
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जंगल में सैर के लिए निकल रहे हैं तो खाने की ये तीन चीजें साथ रखना न भूलें

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(मारग्रेट मुर्रे, स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी)

मेलबर्न, 10 जनवरी (द कन्वरसेशन) तनाव कम करने और ‘अच्छा महसूस’ करने के लिए हममें से कई लोग प्रकृति के साथ समय गुजारना पसंद करते हैं। इसमें जंगल की सैर भी शामिल है, जो शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर स्वस्थ रखने में मददगार है। लेकिन जंगल की सैर के कुछ खतरे भी हैं और जरूरी तैयारी के बगैर निकलने पर आप मुश्किल में भी पड़ सकते हैं।

आपने हादी नजारी के बारे में खबरें पढ़ी होंगी, जो न्यू साउथ वेल्स की बर्फीली वादियों में स्थित कोसियुज्को राष्ट्रीय उद्यान में भटक गया था और 13 दिन तक नदी-झरनों का ताजा पानी पीकर तथा जामुन और दो म्युसली बार खाकर जिंदा रहा था।

ऐसे में अगली बार जब आप जंगल में सैर पर निकलें, तो खाने की इन तीन चीजों को साथ ले जाना न भूलें। ये चीजें न सिर्फ हल्की और पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, बल्कि पास की किराने की दुकान में आसानी से मिल जाती हैं।

1.म्युसली बार

-नजारी एक झोपड़ी में कथित तौर पर मिले दो म्युसली बार खाकर जिंदा रहा। म्युसली बार ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत होते हैं। इनमें प्रति 100 ग्राम 1,500 से 1,900 किलोजूल कैलोरी पाई जाती है। इस लिहाज से 35 ग्राम का म्युसली बार औसतन 614 किलोजूल ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम है। यह मात्रा आपकी दैनिक जरूरत का एक छोटा हिस्सा भर हो सकती है। लेकिन, म्युसली बार धीमी गति से कैलोरी का स्त्राव करती है, जिससे आप लंबे समय तक ऊर्जावान महसूस करते हैं।

म्युसली बार में हमारे शरीर में होने वाली अहम क्रियाओं के लिए जरूरी तीनों ‘मैक्रोन्यूट्रिएंट’ (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट) पाए जाते हैं। ये मोटे अनाज से बने होते हैं, जिन्हें कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का बेहतरीन स्रोत माना जाता है। इनमें काजू, बादाम, अखरोट आदि मेवे मिले होते हैं, जिनमें फैट (प्रति 100 ग्राम 19.9 ग्राम) और प्रोटीन (प्रति 100 ग्राम 9.4 ग्राम) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

फैट (वसा) और प्रोटीन खाद्य सामग्री से ऊर्जा के स्त्राव की प्रक्रिया को धीमा करते हैं और भूख का एहसास लंबे समय तक दूर रखते हैं। मैं आपको ऐसा म्युसली बार चुनने की सलाह दूंगी, जिसमें मोटे अनाज, फाइबर और प्रोटीन की मात्रा अधिक हो।

2.मेवे

-काजू, पिस्ता, अखरोट, मूंगफली और बादाम जैसे मेवों में प्रति 100 ग्राम लगभग 2,300-2,400 किलोजूल कैलोरी मौजूद होती है। ऐसे में 30 ग्राम मेवे का सेवन करने पर व्यक्ति को लगभग 700 से 900 किलोजूल ऊर्जा मिल सकती है।

म्युसली बार की तरह ही मेवों से भी ऊर्जा का धीमि गति से स्त्राव होता है। इसलिए, थोड़ी मात्रा में मेवों के सेवन से भी आपको पेट लंबे समय तक भरा-भरा महसूस होगा। मेवों में प्रोटीन, फैट और फाइबर जैसे पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

जंगल की सैर पर निकलते समय यूं तो आप कोई भी मेवा साथ ले जा सकते हैं, लेकिन मूंगफली सस्ती होने के कारण और अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी की वजह से सबसे अच्छा विकल्प साबित होते हैं।

आप जो भी मेवा चुनें, कोशिश कीजिए कि वे भुने हुए हों और उनमें नमक न मिला हो, क्योंकि नमकीन चीजें खाने पर आपको प्यास अधिक लगती है। अगर आपको बादाम से अलर्जी है, तो आप भुना हुआ काबुली चना ले जा सकते हैं।

3.सूखे फल

-ताजा फल पोषक तत्वों से भरपूर तो होते ही हैं, साथ ही तरोताजा भी महसूस कराते हैं। लेकिन इन्हें सैर पर साथ ले जाने का मतलब है सामान का बोझ बढ़ाना। अगर आप कम बोझ लादे बिना फलों की खूबी अपने साथ ले जाना चाहते हैं, तो अंगूर, सेब, आम और खुबानी जैसे फलों को सुखाना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। सूखे फल हल्के होने के साथ-साथ हर तापमान और वातावरण में लंबे समय तक ठीक अवस्था में रहते हैं। ये सुपाच्य होने के साथ ही फाइबर, विटामिन और मिनरल का बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं।

(द कन्वरसेशन) पारुल नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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