कोटा/जयपुर, आठ जनवरी (भाषा) राजस्थान में कोटा जिले के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में ‘आईआईटी-जेईई (इंजीनियरिंग संयुक्त प्रवेश परीक्षा)’ की तैयारी कर रहे हरियाणा के 19 वर्षीय एक विद्यार्थी ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि छात्रावास मालिक द्वारा छात्र के फांसी लगा लेने की जानकारी पुलिस और परिजनों को दी गई।
सर्किल पुलिस निरीक्षक बुधराम जाट ने बताया कि 12वीं कक्षा का छात्र नीरज कोटा के एक कोचिंग संस्थान में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहा था और वह राजीव गांधी नगर के एक छात्रावास में रहता था।
उन्होंने बताया कि नीरज ने मंगलवार देर शाम छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली। उनके अनुसार हालांकि घटना के बारे रात साढ़े 10 बजे उस समय पता चला जब ‘केयरटेकर’ ने कमरे का दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला।
जाट ने बताया कि छात्र ने यह कदम क्यों उठाया इसका पता नहीं चल पाया है। उनका कहना है कि नीरज के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि छात्र के परिजनों के यहां पहुंचने पर पोस्टमार्टम किया जा रहा है और उनकी तरफ दर्ज रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया जायेगा।
नीरज के पिता ने बताया कि उनका बेटा पिछले दो सालों से कोटा में ‘एलन’ कोचिंग में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
उन्होंने बताया कि नीरज पढाई में अच्छा था और नियमित रूप से कोचिंग कक्षा में जाता था।
कोटा अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मंगलवार को दोहपर करीब साढ़े तीन बजे अपने बेटे नीरज से आखिरी बार फोन पर बात की थी और वह अच्छे मूड में था। उसने कोई शिकायत नहीं की थी।’’
उन्होंने बताया कि नीरज को नौ जनवरी को शाम की ट्रेन से घर लौटना था और उसने ट्रेन में अपने लिये एक सीट आरक्षित कर ली थी।
नीरज के पिता ने दावा किया कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता।
मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे की गला दबाकर हत्या की गई और बाद में इसे आत्महत्या का मामला बनाने के लिए पंखे से लटका दिया गया।
भाषा सं कुंज
राजकुमार
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