कानपुर (उप्र), आठ जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य विधानसभा में महिलाओं का प्रतिशत 14-15 प्रतिशत है, जबकि प्रगतिशील देशों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व विधायिका में 10 फीसदी भी नहीं है।
मुख्यमंत्री यहां उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानमंडल की महिला सदस्यों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “यह पल मेरे लिए आह्लादित करने वाला है। मेरा दोनों प्रदेशों से जुड़ाव है, क्योंकि उत्तर प्रदेश मेरी कर्मभूमि और उत्तराखंड जन्मभूमि है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी विधानसभा है तथा यह पिछले ढाई-तीन वर्ष के अंदर नवप्रवर्तन और नए-नए प्रयोगों के लिए जानी जा रही है। उनका कहना था कि विधानसभा ने ई-विधान को सफलतापूर्वक लागू कर इसे कागज रहित किया है।
उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में इन बातों को हम केवल बोल ही नहीं सकते, बल्कि उसका अनुभव भी कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्यतः विधानसभा में लोग दलीय प्रतिबद्धता से जुड़े होते हैं, इसलिए आम सहमति नहीं बन पाती है, लेकिन अधिवक्ताओं, अभियांत्रिकी, चिकित्सकों, विज्ञान पृष्ठभूमि या अलग-अलग पक्षों के प्रतिनिधि, समूह में एक साथ बैठते हैं तो दलीय प्रतिबद्धता से ऊपर उठकर समाज और देश के बारे में सोचते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने भारत को दुनिया का सबसे बड़ा और प्राचीन लोकतंत्र होने का दावा करते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सबको स्वतंत्रता दी है। उन्होंने कहा कि आधुनिक लोकतंत्र दुनिया में बाद में आया होगा, लेकिन भारत में लोकतंत्र और गणतंत्र की शुरुआत ईस्वी से 600 वर्ष पूर्व वैशाली से प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि भारत में 1952 में पहला चुनाव हुआ तो पुरुषों के साथ महिलाओं को भी मत देने का अधिकार प्राप्त हुआ था लेकिन आधुनिक और अन्य देशों में महिलाओं को मताधिकार की ताकत भारत से बहुत बाद में मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल सरकार के माध्यम से कोई योजना बहुत सफल हो जाए, यह कठिन है, ऐसे में समाज को भी सहभागी बनना पड़ेगा।
उनका कहना था कि देश के अंदर नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पारित हो चुका है। वर्ष 2029 के बाद हर चुनाव (विधानसभा और संसद) में भी एक तिहाई से अधिक प्रतिनिधित्व महिलाओं का होने जा रहा है यानी 14-15 फीसदी से बढ़कर यह 33 से 50 फीसदी पहुंच सकता है।
कार्यक्रम में उप्र विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी, कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्या, गुलाब देवी, मंत्री रजनी तिवारी, प्रतिभा शुक्ला आदि मौजूद रहीं।
भाषा राजेंद्र
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