अगरतला, 25 दिसंबर (भाषा)त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बुधवार को बताया कि उन्होंने हाल में संपन्न पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के पूर्ण अधिवेशन में बांग्लादेश की स्थिति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
क्षेत्रीय नियोजन निकाय का पूर्ण अधिवेशन 21 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति में आयोजित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एनईसी के पूर्ण अधिवेशन में बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई।
बांग्लादेश, भारत के साथ 4,096 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। पड़ोसी देश चार पूर्वोत्तर राज्यों त्रिपुरा (856 किमी), मिजोरम (318 किमी), मेघालय (443 किमी) और असम (318 किमी) के साथ कुल 1879 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बांग्लादेश की स्थिति पर एक रिपोर्ट पेश की है और कंटीले तारों की बाड़ लगाने तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिस की संख्या का विवरण दिया है। मैं अपनी मांगें भी रखता हूं जिन्हें पूरा किया जाना चाहिए।’’
साहा ने एनईसी की पूर्ण बैठक के सफल होने का दावा करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों के विचार-विमर्श के दौरान अंतर-राज्यीय समन्वय पर ध्यान केंद्रित किया गया।
त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष आशीष कुमार साहा द्वारा इस तरह की पूर्ण बैठक के लाभों के बारे में पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चर्चा त्रिपुरा के लिए लाभदायक थी।
आशीष कुमार साहा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस तरह के आयोजन से मिलने वाले लाभ के बारे में पूछा था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एनईसी की पूर्ण बैठक के अलावा बैंकर्स सम्मेलन, सहकारी समितियों का राष्ट्रीय सम्मेलन और नॉर्थ ईस्ट स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (एनईएसएसी) की बैठक भी हुई, जिसमें इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ मौजूद थे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि केंद्रीय गृह मंत्री ने ब्रू पुनर्वास गांव का व्यक्तिगत रूप से दौरा किया था, ताकि ऐसे लोगों के लिए कार्यक्रम के कार्यान्वयन के स्तर को देखा जा सके। यह एक शानदार प्रयास था।’’
उन्होंने कहा कि पहली बार केंद्रीय गृह मंत्री ने व्यक्तिगत रूप से धलाई जिले के बुरहा पाड़ा स्थित ब्रू पुनर्वास गांव में आंगनवाड़ी केंद्र, पेयजल, बिजली और एलपीजी कनेक्शन की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने भीमराव आंबेडकर पर शाह की टिप्पणी को मुद्दा बनाने के लिए कांग्रेस की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस ने ही बाबा साहब आंबेडकर का अपमान किया था। अब वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। उन्हें देश के संविधान निर्माता के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।’’
भाषा धीरज माधव
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