पथनमथिट्टा (केरल), 22 दिसंबर (भाषा) पथनमथिट्टा के अरनमुला से भगवान अयप्पा की मूर्ति की पवित्र सुनहरी पोशाक ‘थंका अंकी’ लेकर वार्षिक शोभा यात्रा रविवार को सबरीमाला मंदिर के लिए रवाना हुई।
यह शोभायात्रा पार्थसारथी मंदिर से शुरू हुई और इसमें श्रद्धालुओं तथा त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के अधिकारियों सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।
त्रावणकोर शाही परिवार ने 70 के दशक में भगवान अयप्पा को ‘थंका अंकी’ अर्पित किया था। यह पोशाक अरनमुला पार्थसारथी मंदिर में रखी जाती थी और ‘मंडलम-मकरविलक्कू’ के दौरान इसे पहाड़ी मंदिर में ले जाया जाता था।
जब भगवान अयप्पा की पोशाक को फूलों से सजे वाहन पर रखकर शोभायात्रा निकाली गई तो श्रद्धालुओं ने भगवान अयप्पा के भजन गाए और ‘स्वामीये शरणम् अयप्पा’ मंत्र का जाप किया।
इस अवसर पर टीडीबी के अध्यक्ष पी एस प्रशांत भी वहां मौजूद थे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब, ‘थंका अंकी’ शोभा यात्रा पार्थसारथी मंदिर से शुरू हुई है। रास्ते में 74 मंदिरों से होते हुए यह 25 दिसंबर तक सबरीमाला पहुंचेगी।’’
उन्होंने बताया कि देवस्वओम मंत्री वी.एन. वासवन पंबा पहुंचने पर शोभा यात्रा का स्वागत करेंगे। शाम को सबरीमाला सन्निधानम में मंदिर के अधिकारी इसका भव्य स्वागत करेंगे।
यह अंगवस्त्र 25 दिसंबर की शाम को आरती से पहले देवता की मूर्ति को पहनाया जाएगा। 26 दिसंबर को सबरीमाला में मंडल पूजा होगी, जो वार्षिक तीर्थयात्रा के पहले चरण के समापन का प्रतीक होगी।
भाषा शोभना प्रशांत
प्रशांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.