ढाका, 20 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश ने भविष्य की पीढ़ियों के लिए पाकिस्तान से 1971 के मुद्दों को ”हमेशा के लिए” सुलझाने को कहा है ताकि ढाका को इस्लामाबाद के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके। बांग्लादेश की सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संगठन (बीएसएस) ने यह जानकारी दी।
बीएसएस के मुताबिक मुहम्मद यूनुस और शरीफ की मुलाकात शुक्रवार को मिस्र की राजधानी काहिरा में आर्थिक सहयोग संगठन डी-8 के शिखर सम्मेलन से इतर हुई, जहां दोनों नेताओं ने व्यापार, वाणिज्य और खेल एवं सांस्कृतिक प्रतिनिधिमंडलों के आदान-प्रदान के जरिए संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के पुनरुद्धार पर भी चर्चा की तथा ढाका और इस्लामाबाद के बीच रणनीतिक संबंधों का आह्वान किया।
यूनुस ने शरीफ से 1971 के मुद्दों को सुलझाने का आग्रह किया ताकि ढाका को इस्लामाबाद के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
यूनुस ने कहा, ‘‘ये मुद्दे बार-बार आते रहे हैं। आइए हम उन मुद्दों को सुलझा लें ताकि हम आगे बढ़ सकें।’’
शरीफ ने कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान और भारत के बीच 1974 के त्रिपक्षीय समझौते से मामले सुलझ गए हैं, लेकिन अगर कोई अन्य लंबित मुद्दे हैं तो उन्हें उन पर विचार करने में खुशी होगी।
यूनुस ने कहा कि यह अच्छा होगा कि “भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक बार में हमेशा के लिए” इन चीजों को सुलझा लिया जाए।
भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान ने 1971 के मुक्ति संग्राम के बाद नौ अप्रैल 1974 को नयी दिल्ली में एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें दिसंबर 1971 से भारतीय शिविरों में बंद पाकिस्तानी युद्धबंदियों की वापसी तथा दोनों देशों में फंसे लोगों के पुनर्वास से संबंधित बातें शामिल थीं।
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