पटना, 19 दिसंबर (भाषा) बिहार में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं के बीच बृहस्पतिवार को पटना में हाथापाई हुई।
यह घटना उस वक्त हुई जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा आंबेडकर के कथित अपमान पर विपक्षी पार्टी के रुख के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे।
बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम के सामने शाम को हुई हाथापाई के बाद पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। हालांकि घटना के संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बाद में, प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के अध्यक्ष राजेश राठौर ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने हमारे परिसर पर हमला किया, लेकिन हमने उन्हें खदेड़ दिया। यह भाजपा के गिरते स्तर का एक नया उदाहरण है, जो पहले से ही सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग के माध्यम से विपक्षी दलों को डराने की कोशिश कर रही है।’’
प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष भारतेंदु शेखर ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस खुद आंबेडकर का अपमान करने की गुनहगार है, लेकिन वह नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर उंगली उठा रही है। हम बिहार भर में कांग्रेस के खिलाफ इस तरह का विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे अपने नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित किया। बाबासाहेब को उनकी मृत्यु के कई साल बाद भाजपा समर्थित जनता दल के शासन के दौरान सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया।’
उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘बिहार में हमारे प्रति कांग्रेस कार्यकर्ताओं का व्यवहार उनके नेता राहुल गांधी के आचरण से काफी मिलता-जुलता है, जिन्होंने संसद के अंदर भाजपा नेताओं पर हमला किया है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।’’
इस बीच, राठौर ने घोषणा की कि कांग्रेस आंबेडकर के बारे में शाह की टिप्पणी के मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ अपना आक्रामक अभियान जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘कल हम अपने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के नेतृत्व में आयकर चौराहे पर धरना देंगे और शाह के इस्तीफे की मांग करेंगे।’’
भाषा अनवर आशीष
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