इंदौर, 18 दिसंबर (भाषा) नागर विमानन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डे के परिसर में 22 दिसंबर को कचरा निपटान संयंत्र का लोकार्पण करेंगे।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि संयंत्र शुरू होने के बाद हवाई अड्डे से निकलने वाले 100 प्रतिशत कचरे का निपटारा इस परिसर में ही हो जाएगा, नतीजतन हवाई अड्डा ‘‘शून्य अपशिष्ट’’ वाला बन जाएगा।
इंदौर से लोकसभा सांसद शंकर लालवानी ने दावा किया कि देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डा ‘शून्य अपशिष्ट’ का तमगा हासिल करने वाला देश का पहला हवाई अड्डा होगा।
उन्होंने कहा कि अब तक हवाई अड्डा प्रबंधन कचरे का निपटारा करने के लिए इंदौर नगर निगम को शुल्क चुकाता आ रहा है, लेकिन संयंत्र में अपशिष्ट के प्रसंस्करण के बाद हवाई अड्डा प्रबंधन कचरे से कमाई करेगा।
लालवानी ने बताया, ‘‘इस संयंत्र में गीले और सूखे, दोनों तरह के कचरे का निपटारा होगा। गीले कचरे से कम्पोस्ट खाद बनाई जाएगी, जबकि सूखे कचरे से पुनर्चक्रण के काबिल चीजों को अलग कर लिया जाएगा।’’
देवी अहिल्याबाई होलकर हवाई अड्डा के निदेशक विपिनकांत सेठ ने बताया कि कचरा निपटान संयंत्र की मशीनों के लिए इंडिगो ने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) कोष से मदद की है, जबकि संयंत्र के निर्माण का खर्च भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने उठाया है।
सेठ ने कहा कि इस संयंत्र के जरिये हर रोज कुल 1,000 किलोग्राम गीले और सूखे कचरे का निपटारा किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल हवाई अड्डा से कुल 400 से 500 किलोग्राम गीला और सूखा कचरा प्रति दिन निकलता है।
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हर्ष
पारुल
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