श्रीनगर, 20 नवंबर (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के वरिष्ठ नेता नासिर असलम वानी ने बुधवार को दावा किया कि अगर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 2014 में तत्कालीन पूर्ण राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हाथ नहीं मिलाया होता तो जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए नहीं हटाए जाते।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सलाहकार वानी ने कहा, ‘‘उन्होंने कभी भी लोगों के हित और उनकी प्रगति के बारे में नहीं सोचा। वे लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी को कुछ आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
पीडीपी की ओर से हाल में आरोप लगाए गए कि नेकां इस माह की शुरुआत में विधानसभा में पारित प्रस्ताव को लेकर गंभीर नहीं है। इसको लेकर संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवाल पर वानी ने कहा, ‘‘अगर उन्होंने (पीडीपी) 2014 में भाजपा का समर्थन नहीं किया होता, तो अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए नहीं हटाए जाते। हमें पिछले 10 सालों में हुई तबाही भी नहीं देखनी पड़ती।’’
उन्होंने 2008 से 2016 के बीच घाटी में अशांति का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हमने अपने घोषणापत्र में जो वादा किया है, हम उसे पूरा करेंगे। वे (पीडीपी) राजनीतिक अराजकता में लिप्त हैं। उन्होंने हमेशा अराजकता का समर्थन किया है, चाहे वह 2008 हो या 2010। फिर 2016 में उन्होंने ऐसा ही किया।’’
वानी ने कहा कि पीडीपी ने कभी लोगों के विकास और उनकी प्रगति में योगदान देने के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
भाषा खारी अविनाश
अविनाश
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