नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार मेडिकल एजुकेशन और सर्विस को लेकर बहुत गंभीर है और इसके चलते उन्होंने उज्जैन जिले में मेडिसिटी का निर्माण की घोषणा की है.
प्रस्तावित मेडिसिटी में एक मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ नर्सिंग, पैरामेडिकल सेवाएं, रिसर्च सेंटर और डॉक्टरों, विशेषज्ञों और कर्मचारियों के लिए आवास जैसी व्यापक सुविधाएं शामिल होंगी.
सीएम यादव ने कहा, मध्य प्रदेश सरकार मेडिकल एजुकेशन और मेडिकल सेवाओं को लेकर गंभीर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष विभाग के माध्यम से मेडिकल सेवाओं में एक अलग अवधारणा देश में आई है.
उन्होंने कहा, मैं कहना चाहूंगा कि पिछले 20 वर्षों में मध्य प्रदेश सरकार ने मेडिकल के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. वर्तमान में राज्य में सरकारी स्तर पर 17 मेडिकल कॉलेज हैं और राज्य में जल्द ही आठ और कॉलेज बनाए जाएंगे. 2004-05 में यहां केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे. अब 2024 में सरकारी स्तर पर 17 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं. आठ और कॉलेज पाइपलाइन में हैं, जो यहां बनेंगे.
सीएम ने कहा कि मैं बताना चाहूंगा कि उज्जैन मेडिकल कॉलेज में पीएम मोदी द्वारा दी गई मेडिसिटी की नई अवधारणा होगी. यह सिर्फ मेडिकल कॉलेज नहीं होगा, बल्कि नर्सिंग, पैरामेडिकल, विभिन्न प्रकार की रिसर्च लैब और स्टाफ क्वार्टर, डॉक्टर क्वार्टर, प्रशासनिक भवन, नया रिसर्च कैंपस होगा.
मध्य प्रदेश सरकार मेडिसिटी में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास करेगी.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश और उज्जैन जिले के लोगों को शुभकामनाएं भी दीं और बताया कि वे परिसर का भूमि पूजन करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में करीब 15 करोड़ लोगों की भीड़ होगी. सामान्य दिनों में भी हर साल करीब 5 से 7 करोड़ यात्री उज्जैन आते हैं. इसलिए यहां मेडिसिटी का निर्माण उपयोगी और महत्वपूर्ण है.
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ कुंभ हर 12 साल में उज्जैन शहर में आयोजित किया जाता है. पिछला सिंहस्थ 2016 में हुआ था और अगला सिंहस्थ 2028 में आयोजित किया जाएगा.