इंदौर, 16 नवंबर (भाषा) रणजी ट्रॉफी मैच में शनिवार को मध्यप्रदेश के खिलाफ बंगाल की रोमांचक जीत के बाद विजयी टीम के कोच लक्ष्मीरतन शुक्ला ने कुल सात विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के योगदान को सराहा। उन्होंने यह भी कहा कि 34 वर्षीय गेंदबाज को भारतीय टीम में शायद जल्द ही वापसी करते देखा जा सकेगा।
शुक्ला का यह बयान ऑस्ट्रेलिया में 22 नवंबर से शुरू होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी प्रतियोगिता से हफ्ते भर पहले आया है।
इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी मैच के चौथे और आखिरी दिन के निर्णायक पलों में बंगाल ने मेजबान मध्यप्रदेश पर 11 रन से जीत हासिल की।
बंगाल के कोच लक्ष्मीरतन शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह उनकी टीम के लिए ‘‘करो या मरो’’ वाला रणजी मुकाबला था क्योंकि बारिश के कारण टीम के दो मैच बर्बाद हो गए थे।
उन्होंने कहा,‘‘मैच के दौरान शमी का प्रदर्शन काबिले-तारीफ था। सबको इंतजार है कि वह फिर से भारत के लिए कब से खेलेंगे और शायद उन्हें भारत के लिए जल्द ही खेलते देखा जा सकेगा।’’
शुक्ला ने कहा कि रणजी मैच के दौरान उन्हें मैदान पर शमी जबर्दस्त लगे। बंगाल के कोच ने कहा,’खेल के लिए शमी ने गजब का समर्पण दिखाया। उनका प्रदर्शन देखकर पता ही नहीं चला कि उन्होंने एक साल बाद मैदान पर वापसी की।’’
पिछले साल 19 नवंबर को विश्व कप 2023 के फाइनल के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहे शमी के टखने में चोट थी जिसके लिए उन्हें ऑपरेशन कराना पड़ा था। 34 वर्षीय गेंदबाज ने इस चोट से उबरने के बाद करीब एक साल बाद रणजी ट्रॉफी मैच के रूप में पहला प्रतिस्पर्धी मुकाबला खेला।
इस मैच में शमी ने मध्यप्रदेश की दोनों पारियों में कुल 43.2 ओवर फेंककर 156 रन दिए और सात विकेट अपनी झोली में डाले जिससे मेजबान टीम पर बंगाल की जीत की राह आसान हुई।
शमी ने मध्यप्रदेश की पहली पारी में 19 ओवर गेंदबाजी की और 54 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने मध्यप्रदेश की दूसरी पारी में 24.2 ओवर फेंके और 102 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए।
इसके अलावा शमी ने बंगाल की दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान 36 गेंदों पर 37 महत्वपूर्ण रन भी बनाए।
भाषा हर्ष रवि कांत नमिता
नमिता
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