लखनऊ/झांसी (उप्र), 16 नवंबर (भाषा) झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले स्वागत के लिए सड़क किनारे चूना डाले जाने से नाराज उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को झांसी के जिलाधिकारी से उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा, जिसने यह काम करवाया था।
मेडिकल कॉलेज की नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनआईसीयू) में आग लगने कम से कम 10 बच्चों की मौत के बाद पाठक झांसी पहुंचे और इस दौरान उनके साथ प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) भी मौजूद थे।
शनिवार को एक वीडियो संदेश में पाठक ने कहा, ‘‘मेरे झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले एक व्यक्ति सड़क किनारे चूना डाल रहा था, जो बेहद दुखद है। मैं इसकी निंदा करता हूं और मैं जिलाधिकारी से उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए कहूंगा जिसने यह काम करवाया है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मैं इसे कभी स्वीकार नहीं करूंगा।’’
राज्य सरकार के बयान में कहा गया है कि घटना की जानकारी मिलते ही आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) को मौके पर भेजा।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। राज्य सरकार ने शनिवार को मृतकों के माता-पिता को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
जिलाधिकारी (डीएम) अविनाश कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में शुक्रवार रात करीब पौने 11 बजे आग लग गई, जिसका कारण संभवतः शॉर्ट सर्किट था।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘घटना में 10 नवजात की मौत हो गई है। झांसी मेडिकल कॉलेज के अन्य वार्ड में 16 बच्चों का इलाज जारी है।’’
उन्होंने बताया कि यह घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई और उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भाषा जफर पवनेश खारी
खारी
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