कोलकाता, 15 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों के 16 लाख छात्रों में से 1,911 छात्र राज्य सरकार की ‘तरुणेर स्वप्नो’ योजना से जुड़ी साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इस योजना के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को टैबलेट खरीदने के लिए 10,000 रुपये दिए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि इस घोटाले के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अब तक 93 मामले दर्ज किए गए हैं और धोखाधड़ी की गतिविधियों के सिलसिले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने संवाददाताओं को बताया, ‘टैबलेट योजना घोटाले के संबंध में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 93 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। कक्षा 10वीं और 12वीं के 16 लाख छात्रों में से 1,911 छात्रों के साथ धोखाधड़ी की गई है।’
सरकार के अनुसार यह धोखाधड़ी महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड सहित कई राज्यों से संचालित साइबर अपराधियों द्वारा की गई थी।
उन्होंने कहा, ‘जांच में ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि इसमें अंतरराज्यीय गिरोहों की संलिप्तता है। गिरफ्तार किए गए कुछ संदिग्धों ने कथित तौर पर इन अभियानों में शामिल होने की बात स्वीकार की है और छापेमारी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों से पिछले साइबर घोटालों में उनकी भागीदारी की पुष्टि हुई है, इसमें अन्य प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजनाओं और राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से धन की हेराफेरी भी शामिल है।’
भाषा
शुभम माधव रंजन
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