नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और इसकी संबद्ध इकाइयों ने शुक्रवार को घरेलू खिलाड़ियों को अधिक मैच समय देने के लिए संतोष ट्रॉफी और राज्य लीग के संभावित पुनर्गठन पर विचार किया।
एआईएफएफ के शीर्ष अधिकारियों और देश भर के 32 सदस्य संघों (एमए) ने शुक्रवार को यहां फुटबॉल हाउस में संपन्न तीन दिवसीय सम्मेलन में प्रत्येक राज्य में उसकी चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया।
एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने तीनों दिन बैठक की अध्यक्षता की।
एआईएफएफ ने कहा, ‘‘सदस्य इस बात पर भी सहमत हुए कि भारतीय घरेलू खिलाड़ियों के लिए अधिक मैच समय की आवश्यकता है। एआईएफएफ और सदस्य संघों ने खिलाड़ियों को अधिक मैच समय मुहैया करने के लिए संतोष ट्रॉफी या राज्य स्तर पर लीग की गठन को लेकर बातचीत की, जिससे खिलाड़ियों को अधिक मैच मिल सके।’’
इस दौरान सदस्य संघों के प्रमुख पदाधिकारियों ने पिछले तीन वर्षों में राज्य स्तर पर अपने कार्यों की विस्तृत प्रस्तुति देने के साथ अगले तीन वर्षों में अपनी भविष्य की योजनाओं को साझा किये।
एआईएफएफ अधिकारियों ने ‘विजन 2047’ योजना के अनुरूप अपने-अपने राज्यों में फुटबॉल के विकास के लिए सदस्य संघों के प्रस्तावों पर भी विचार-विमर्श किया।
चौबे ने कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विकास के अधिकतम फायदे के लिए राज्य-वार योजनाएं हों। यह भारतीय फुटबॉल को समग्र रूप से आगे बढ़ने में भी कारगर होगा। हमने प्रत्येक सदस्य संघ के लिए अपने स्व-मूल्यांकन कार्ड जमा करने का प्रावधान किया है, जिसके आधार पर हम विशिष्ठ प्रस्ताव तैयार करेंगे।’’
महासंघ ने यह भी बताया कि उसके पास वर्तमान में 13,195 लाइसेंस प्राप्त कोच और 2024-25 सत्र के लिए 3,616 पंजीकृत रेफरी हैं।
एआईएफएफ ने कहा, ‘‘इस बैठक में महसूस किया गया कि कोच और रेफरी को जमीनी स्तर पर प्रशिक्षण के लिए ‘रिफ्रेशर’ पाठ्यक्रम से गुजरना चाहिए। इस बैठक में सामान्य रूप से भारतीय रेफरी के स्तर में सुधार पर विशेष ध्यान देने पर भी चर्चा हुई।’’
भाषा आनन्द नमिता
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