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Friday, 15 November, 2024
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पलक्कड़ में ‘झूठी शान की खातिर हत्या’ के शिकार अनीश के परिजन आज भी डर के साये में जी रहे

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पलक्कड़ (केरल), 15 नवंबर (भाषा) केरल की अक्सर राजनीतिक रूप से जागरूक राज्य के रूप में प्रशंसा की जाती है, लेकिन पलक्कड़ की 23 वर्षीय हरिता की कहानी एक और गहरा सच उजागर करती है कि जाति और आर्थिक असमानता की कठोर वास्तविकताएं आज भी यहां आम लोगों के जीवन को गहराई से प्रभावित करती हैं।

थेनकुरुसी में वर्ष 2020 में घटी राज्य को झकझोर देने वाली सनसनीखेज ‘ऑनर किलिंग’ की घटना में अपने पति अनीश की नृशंस हत्या के लिए दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद भी पलक्कड़ के थेनकुरुसी में हरिता और उसके ससुराल वाले डर के साये में जी रहे हैं।

मृतक अनीश की पत्नी हरिता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘हम अब भी डर के साये में जी रहे हैं।’

पलक्कड़ जिला अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने हाल ही में मामले के दूसरे आरोपी हरिता के पिता प्रभु कुमार और पहले आरोपी चाचा सुरेश कुमार को 27 वर्षीय अनीश की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

हरिता वर्तमान में एलामनम में अपने ससुराल वालों के साथ रहती हैं।

हरिता ने कहा कि वह दोषियों को अधिकतम सजा दिलाने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगी।

अदालत के फैसले पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें या तो दोहरी आजीवन कारावास या मृत्युदंड सजा दिए जाने की उम्मीद थी।

हरिता ने कहा कि उनका परिवार इस फैसले के खिलाफ सरकार के माध्यम से अपील करने की योजना बना रहा है।

अनीश पेशे से पेंटर था। वह और हरिता अपने स्कूल के दिनों से ही एक-दूसरे से प्यार करते थे और आखिरकार 2020 में उन्होंने शादी कर ली थी। हालांकि हरिता के परिवार ने उनके रिश्ते का विरोध किया, क्योंकि वे इस बात से नाराज थे कि अनीश निचली जाति से था और उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी।

परिवार और मामले के जांचकर्ताओं के अनुसार यह स्तब्ध करने वाली घटना क्रिसमस के दिन की शाम को हुई, जब हरिता के चाचा सुरेश और उसके पिता प्रभु कुमार ने मनामकुलम्बु एल पी स्कूल के पास हथियारों से अनीश पर बेरहमी से हमला किया और उसकी हत्या कर दी।

प्रभु कुमार और सुरेश कुमार दोनों फिलहाल जेल में हैं, लेकिन हरिता अभी भी डर के साये में जी रही है और उसे डर है कि अगर वे रिहा हो गए तो उसे और अनीश के परिवार को मार देंगे।

अनीश के परिवार के सदस्यों के अनुसार अपराधियों ने हरिता को भी मार डालने की धमकी दी थी।

उसके रिश्तेदारों ने बताया कि हालांकि हरिता को विश्वास था कि उसका परिवार एक दिन उन्हें स्वीकार कर लेगा, लेकिन उसके परिवार के सदस्यों ने शादी के तीन महीने के भीतर ही उसके पति अनीश की हत्या कर दी।

उन्होंने बताया कि हरिता बीबीए की पढ़ाई कर रही है और इस धमकी को देखते हुए अनीश के पिता अरुमुघम घर से 10 किलोमीटर दूर स्थित कोडुवयूर में उसके कॉलेज में उसे छोड़ने जाते हैं।

उन्होंने कहा कि कॉलेज से वापस आते समय अनीश की मां राधा हरिता को लेने जाती हैं।

एक दिसंबर 2022 को राज्य सरकार ने हरिता की आगे की पढ़ाई के लिए 10 लाख रुपये देने की घोषणा की थी।

रिश्तेदारों ने बताया कि हरिता डिग्री पूरी करने के बाद एमबीए करना चाहती है और सरकारी नौकरी करना चाहती है।

अनीश की मां राधा ने कहा, ‘मेरे बेटे ने उससे प्यार करने और उसे घर में लाने के अलावा कुछ भी गलत नहीं किया।’

हरिता के भविष्य से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे सरकार से संपर्क कर उसके लिए नौकरी का अनुरोध करेंगे और अधीनस्थ अदालत के फैसले के खिलाफ अपील दायर करेंगे।

भाषा

योगेश वैभव

वैभव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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