जयपुर, 15 नवंबर (भाषा) राजस्थान के टोंक जिले में देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी को एक नाटकीय घटनाक्रम और हिंसा के बाद गिरफ्तार किए जाने के एक दिन पश्चात यहां हालात स्थिर और नियंत्रण में हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कांग्रेस के बागी नेता एवं निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा सैकड़ों लोगों के सामने एक मतदान केंद्र के बाहर मालपुरा के उप-खंड मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अमित चौधरी को थप्पड़ मारे जाने की घटना के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को भीड़ ने ‘पीटीआई’ के संवाददाता और कैमरामैन पर हमला कर उनके कैमरे जला दिए।
संवाददाता और कैमरामैन पर हमला उस समय हुआ जब ‘पीटीआई’ की टीम मीणा की गिरफ्तारी के बाद हुए विरोध प्रदर्शन को कवर कर रही थी।
निर्दलीय उम्मीदवार को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने टोंक और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ सुरक्षा कड़ी कर दी है।
टोंक की जिलाधिकारी सौम्या झा ने कहा, ‘‘13 नवंबर को मतदान के दौरान एक उम्मीदवार ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात एसडीएम को थप्पड़ मारा था। एसडीएम ने तभी प्राथमिकी दर्ज करा दी थी लेकिन हमने मतदान को देखते हुए उस दिन उम्मीदवार पर कोई कार्रवाई नहीं की।’’
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मतदान समाप्त होने और मतदान दल के जाने के बाद, उम्मीदवार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। तभी पुलिस ने हस्तक्षेप किया। पुलिस ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया, लेकिन उम्मीदवार ने हमला शुरू कर दिया।’’
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ समर्थकों ने विभिन्न क्षेत्रों में हंगामा किया, लेकिन अब स्थिति स्थिर हो गई है और सब कुछ नियंत्रण में है।’’
भाषा खारी वैभव
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