नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए अगले महीने दिल्ली में होने वाली अपनी ‘परिवर्तन यात्रा’ का केंद्र बिंदु प्रदूषण को बनाने की तैयारी कर रही है. इसके अलावा, यह देखते हुए कि मुख्यमंत्री पद पर कई नेता दावा कर रहे हैं, पार्टी ने यह भी फैसला लिया है कि यात्रा सामूहिक नेतृत्व में आयोजित की जाएगी. दिप्रिंट को इस बारे में जानकारी मिली है.
हालांकि, बुधवार को घोषित यात्रा का पूरा विवरण अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि यात्रा सभी 70-विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी. दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा इस यात्रा में पार्टी के सांसद, विधायक और राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे.
पार्टी दिल्ली में प्रदूषण और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के सत्ता में आने के बाद से इसमें किस तरह से वृद्धि हुई है, इस पर एक फैक्टशीट भी पेश करेगी.
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “यात्रा किस तरह से आयोजित की जाएगी, इस पर विचार-विमर्श चल रहा है. विचार सभी लोकसभा क्षेत्रों और विधानसभा सीटों को कवर करने का है. साथ ही, डेटा इकट्ठा किया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद से प्रदूषण में किस तरह से कई गुना वृद्धि हुई है.”
भाजपा ने पहले जुलाई में यात्रा आयोजित करने की योजना बनाई थी, लेकिन फिर इसे नवंबर तक के लिए टाल दिया गया. अब, इसे दिसंबर में आयोजित करने की योजना है.
भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, “भाजपा के कुछ सांसद महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार में व्यस्त हैं. साथ ही, कुछ सांसदों ने बताया है कि वह संसद सत्र में व्यस्त रहेंगे और इसलिए अभी इसे आयोजित करना संभव नहीं हो सकता है. नई तारीखों पर काम किया जा रहा है.”
यह कांग्रेस की दिल्ली इकाई द्वारा 12 नवंबर को महीने भर चलने वाली अपनी ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ के पहले चरण के समापन के बाद आया है. यह यात्रा दिल्ली के सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में आयोजित की गई थी और इसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्यसभा सदस्य अजय माकन सहित कांग्रेस के वरिष्ठ राष्ट्रीय नेता शामिल हुए थे.
भाजपा भी एक वरिष्ठ भाजपा नेता द्वारा एक प्रमुख सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करके यात्रा का समापन करने पर विचार कर रही है. पहले भी अन्य राज्यों में ऐसी कई यात्राओं का समापन या तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है या उन्हें हरी झंडी दिखाई गई है.
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दिल्ली में 1998 से सत्ता से बाहर
यह घटनाक्रम अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले हुआ है. चुनाव भाजपा के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वह 1998 से राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता से बाहर है.
भाजपा, जो अब तक कथित भ्रष्टाचार और कुशासन को लेकर आप सरकार पर निशाना साध रही है, ने राजधानी में बिगड़ते वायु प्रदूषण को लेकर भी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है. इसने दिल्ली सरकार से पांचवी कक्षा तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश देने को भी कहा है.
उक्त वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, “दिल्ली में मौजूदा स्थिति ऐसी है कि अगर हम अभी परिवर्तन यात्रा निकालेंगे और प्रदूषण के मुद्दे को उजागर करेंगे, तो हम बेहतर तरीके से लोगों तक पहुंच पाएंगे. साथ ही, हम यह भी सामने ला पाएंगे कि आप सरकार कई मामलों में विफल रही है.”
नेता ने कहा, “हम यह बताने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस और आंदोलन कर रहे हैं कि आप सरकार ने दिल्ली को गैस चैंबर में कैसे बदल दिया है. दिल्ली पहले जैसी नहीं रही और पराली जलाने के बारे में उनका तर्क भी अब बेकार है, क्योंकि पंजाब में भी आप की सरकार है.”
भाजपा 2025 के चुनावों को वापसी के लिए सबसे अच्छा मौका मान रही है. कई नेताओं का कहना है कि सत्तारूढ़ आप अपनी चमक खो चुकी है और यात्रा जैसे कार्यक्रम आयोजित करने से पार्टी को मतदाताओं से जुड़ने में मदद मिल सकती है.
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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