(फाइल फोटो के साथ)
हैदराबाद, चार नवंबर (भाषा) केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को कांग्रेस और इसके वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर चुनावी राज्य महाराष्ट्र तथा झारखंड के मतदाताओं को “गुमराह करने” का आरोप लगाया।
रेड्डी ने यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में दावा किया कि तेलंगाना में कांग्रेस ने केवल 17,869 करोड़ रुपये का कृषि ऋण माफ किया है, न कि 31,000 करोड़ रुपये का, जैसा कि उसने वादा किया था।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में प्रस्तावित कर्ज माफी योजना में 38.63 लाख किसानों को शामिल किया जाना था, जिस पर कुल व्यय 33,245 करोड़ रुपये आता, लेकिन महज 22 लाख किसानों के ऋण माफ हुए, जबकि 16 लाख से अधिक किसान अभी भी सरकार की शर्तों के तहत 15,376 करोड़ रुपये की राहत का इंतजार कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष रेड्डी ने कहा, “बावजूद इसके, कांग्रेस और राहुल गांधी महाराष्ट्र, झारखंड तथा पूर्व में जम्मू-कश्मीर में मतदाताओं को बेशर्मी से बताते रहे हैं कि तेलंगाना में 31,000 करोड़ रुपये का कृषि कर्ज माफ कर दिया गया।”
उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह कृषि ऋण माफी के वादे पर उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से रिपोर्ट जारी करवाकर अपनी प्रतिबद्धता साबित करे।
पार्टी पर चुनाव पूर्व गारंटी से लोगों को छलने का आरोप लगाते हुए रेड्डी ने कहा कि कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस के शासन पर नजर दौड़ाने पर उसकी “दिवालिया राजनीति” स्पष्ट रूप से सामने आ जाती है।
रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस ने सरकार बनने के 100 दिन के भीतर छह “गारंटी” लागू करने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और रेवंत रेड्डी जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने यह वादा किया था, लेकिन लोग इनके क्रियान्वयन के बारे में पूछ रहे हैं, जबकि सरकार सत्ता में एक साल पूरे करने के करीब है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मंगलवार को तेलंगाना का दौरा करने वाले हैं, ऐसे में उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि राज्य सरकार ‘रायतु भरोसा’ किसान सहायता योजना, बटाईदार किसानों एवं खेतिहर मजदूरों के लिए वित्तीय सहायता योजना, बेरोजगारी भत्ता योजना, महिलाओं को प्रति माह 2,500 रुपये आर्थिक मदद योजना और शादी के समय दुल्हन को एक तोला सोना देने से जुड़ी योजना सहित अन्य चुनावी वादों को कब पूरा करेगी।
केंद्रीय कोयला मंत्री ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में अधूरे चुनावी वादों के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में तेलंगाना के पास अधिशेष बजट था, जबकि पिछली बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) सरकार ने राज्य पर सात लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लाद दिया।
रेड्डी ने दावा किया कि कांग्रेस ने सत्ता हासिल करने के लिए लोगों से बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन अब वह उनके साथ छल कर रही है। उन्होंने कांग्रेस से यह स्पष्ट करने को कहा कि वह बीआरएस से अलग कैसे है।
रेड्डी ने आरोप लगाया, “दोनों (कांग्रेस और बीआरएस) भ्रष्ट दल हैं, जो वंशवाद को बढ़ावा देते हैं और चुनावी वादों को पूरा करने में नाकाम रहते हैं।”
भाषा पारुल नेत्रपाल
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