चंडीगढ़, एक नवंबर (भाषा) हरियाणा पुलिस की अपराध शाखा ने एक बड़े संगठित अपराध नेटवर्क पर कार्रवाई की है और फर्जी कंपनियों के माध्यम से विदेशों में अवैध धन हस्तांतरण में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
जांच से पता चला कि आरोपियों ने व्यापारिक लेनदेन की आड़ में अवैध रूप से लगभग 700 करोड़ रुपये विदेशी बैंक खातों में स्थानांतरित किए थे।
बयान के मुताबिक, पुलिस को सबसे पहले 18 मार्च को संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के संबंध में शिकायत मिली थी।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का निर्देश दिया।
बयान में कहा गया, ‘‘जांच के दौरान, यह पता चला कि आरोपियों ने अवैध लेनदेन करने के लिए व्यवस्थित रूप से ‘डमी निदेशकों’ के नाम से फर्जी कंपनियां बनाईं।’’
इसमें कहा गया कि गिरोह ने फर्जी बिक्री और खरीद दिखाकर फर्जी कंपनी खातों में धन हस्तांतरित किया।
बयान के अनुसार, पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपियों ने प्रत्येक कंपनी के लिए अलग-अलग पते, बैंक रिकॉर्ड और आयात-निर्यात दस्तावेज बनाए जिससे राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई), सीमा शुल्क, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जीएसटी जैसी एजेंसियों के अधिकारियों के लिए विसंगतियों को पकड़ पाना चुनौतीपूर्ण हो गया।
गिरफ्तार किए गए लोगों में से तीन दिल्ली के हैं जबकि अन्य देहरादून, झज्जर, सोनीपत और फरीदाबाद से हैं।
एसआईटी ने पांच आरोपियों के खिलाफ व्यापक आरोपपत्र दाखिल किया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में जाली दस्तावेज, 26 मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंपनी की मोहरें और अभियोजन योग्य अन्य दस्तावेज जब्त किए।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से एक के खिलाफ पहले भी हत्या और गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाने के मामले दर्ज हैं।
बयान के अनुसार, हरियाणा पुलिस की विशेष जांच टीम इस नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने और आगे की अवैध वित्तीय गतिविधियों को रोकने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में मामले की जांच कर रही है।
भाषा नेत्रपाल रवि कांत
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