नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी सुनील आंबेकर ने मंगलवार को कहा कि संघ का ‘पंच परिवर्तन’ (समाज में पांच स्तरीय परिवर्तन) कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है बल्कि देश को प्रगति और समृद्धि के पथ पर आगे ले जाने का विचार है।
समाज में पांच स्तरीय बदलाव लाना आरएसएस के शीर्ष एजेंडे में से एक है, जिसे इसके कार्यकर्ताओं द्वारा देश भर में व्यापक जनसंपर्क अभियान के जरिए आगे बढ़ाया जाना है।
संघ ने अपने शताब्दी वर्ष के एक भाग के रूप में समाज के लाभ के लिए पंच परिवर्तन कार्यक्रम पर भी गहराई से चर्चा करने की घोषणा की थी। उसके मुताबिक इस कार्यक्रम में सामाजिक परिवर्तन के लिए पांच प्रमुख बिंदु – सामाजिक समरसता (सामाजिक सद्भाव), कुटुम्ब प्रबोधन, पर्यावरण (पर्यावरण जागरूकता), ‘स्व’ (स्वार्थ) पर जोर और नागरिकों के कर्तव्य शामिल हैं।
आंबेकर ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘आपने संघ को लगातार पंच परिवर्तन की बात करते सुना होगा। मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है।’
उन्होंने कहा, ‘यह समाज में बदलाव का कार्यक्रम है और यह हर किसी के लिए अच्छा है। यहां हर किसी की भूमिका है और हम सभी सोचते हैं कि समाज में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए।’
लोगों से इस कदम से जुड़ने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि दीपावली पर इसकी शुरुआत एक सही अवसर है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में किसी को किसी बैनर तले काम नहीं करना है।
आंबेकर ने कहा कि देश तभी समृद्धि प्राप्त कर सकता है जब उसके लोग अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर आगे आएं और लोक कल्याण के लिए काम करें।
उन्होंने कहा, ‘आज पूरा समाज जाग रहा है और देश भी समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। हमारे देश में इतनी समृद्धि हो कि हर कोई दिवाली धूमधाम से मना सके।’
उन्होंने कहा, ‘यह तभी संभव है जब हम अच्छे और सकारात्मक विचारों का प्रसार करें। मीडिया को यहां बड़ी भूमिका निभानी है।’
भाषा ब्रजेन्द्र अविनाश
अविनाश
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