नई दिल्ली: करीब ढाई साल पहले तक अनमोल बिश्नोई जेल में बंद एक गैंगस्टर का भाई था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. पिछले महीने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसकी गिरफ्तारी में मददगार किसी भी सूचना के लिए 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके साथ ही 26-वर्षीय अनमोल अब अपने बड़े भाई लॉरेंस की छाया में नहीं रह गया है.
बिश्नोई-बराड़-गोदारा अपराध गिरोह में लॉरेंस के प्रतिनिधि के तौर पर काम करने के तीन साल से भी कम समय में अनमोल की कथित संलिप्तता कम से कम तीन हाई प्रोफाइल मामलों में सामने आई है — सिद्धू मूसेवाला की हत्या, सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी की घटना और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या.
जैसा कि दिप्रिंट ने पहले भी रिपोर्ट की थी, इन मामलों के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लोगों ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वो अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे.
एनआईए ने अनमोल का नाम लिया है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह मूसेवाला की हत्या के बाद फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गया, उसे गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत दर्ज 2022 के मामले में आरोपी बनाया गया है. विचाराधीन मामला “भारत और विदेश में स्थित आपराधिक सिंडिकेट” के सदस्यों से संबंधित है, जो नई दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में “आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए धन जुटाने, युवाओं की भर्ती करने” की संभावना रखते हैं.
इस मामले में दर्ज एफआईआर, जिसकी एक प्रति दिप्रिंट के पास है, में कहा गया है कि इन गिरोह के सदस्यों ने लोगों के मन में दहशत पैदा करने के लिए टारगेटेड हत्याओं सहित “कई जघन्य अपराध” किए.
अदालती दस्तावेज़ बताते हैं कि अनमोल 2017 के एक मामले में राजस्थान की जेल में बंद था, जिसमें उस पर आपराधिक साजिश और हत्या के प्रयास सहित अन्य आरोप लगे थे.
हालांकि, पता चला है कि वह दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में दर्ज किसी भी मामले में आरोपी नहीं है. जुलाई में, मुंबई की एक अदालत ने अनमोल के खिलाफ गैर-ज़मानती वारंट जारी किया था, जिसके बारे में पुलिस सूत्रों का मानना है कि वह अज़रबैजान भाग गया है और अब उसके दुबई, केन्या या कनाडा में होने का संदेह है.
पुलिस के एक सूत्र ने बताया, “अनमोल से पूछताछ की गई और उसे उन मामलों में गिरफ्तार किया गया, जिनमें उसने खुद को निर्दोष बताया था और कहा था कि उसे सिर्फ इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि वह लॉरेंस का छोटा भाई है. मूसेवाला की हत्या के बाद गिरफ्तार होने के डर से वह भारत से भाग गया था.”
एक अन्य सूत्र ने बताया, “लॉरेंस का सिंडिकेट बहुत बड़ा है और वह जेल में है. वह हमेशा एजेंसियों की नज़र में रहता है. इसलिए, भारत से भागा अनमोल अब इस गठबंधन में उसका प्रतिनिधित्व करता है ताकि उसकी जगह सुरक्षित रहे.”
जांचकर्ताओं ने यह भी कहा कि नए रंगरूटों को कथित तौर पर प्रशिक्षित करने के अलावा, अनमोल पर अब बिश्नोई-बराड़-गोदारा सिंडिकेट के लिए हथियारों की डिलीवरी और धन के हस्तांतरण की देखरेख करने का भी संदेह है.
लंबे हैं अनमोल बिश्नोई के हाथ
सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट के अनुसार, अनमोल ने ही दो शूटरों को अभिनेता के घर के बाहर गोलियां चलाने का निर्देश दिया था और उनसे कहा था कि वह इतिहास रच देंगे.
14 अप्रैल को, मुंबई में अभिनेता के आवास के बाहर बाइक सवार दो लोगों ने कई गोलियां चलाईं. उसी दिन, अनमोल ने एक कथित फेसबुक पोस्ट में इसकी जिम्मेदारी ली. 24 घंटे के भीतर, गुजरात के भुज से शूटर के रूप में पहचाने गए दो लोगों को गिरफ्तार किया गया.
मुंबई पुलिस के सूत्रों ने कहा कि हमले की योजना अगस्त 2022 में शुरू हो गई थी. चार्जशीट में उल्लिखित एक ऑडियो क्लिप से पता चलता है कि अनमोल ने दो शूटरों को यह कहकर तैयार किया था, “भगवान राम ने हमें आशीर्वाद दिया है. हम उसे (सलमान खान) संभाल लेंगे. कोई समस्या नहीं है, जब तक यह मेरे कंट्रोल में है, मुझे कोई परेशानी नहीं है.”
उसने कथित तौर पर कहा, “अब करो या मरो, या तो ज़िंदगी या मौत. यह भगवान ने लिखा है. या तो सुबह गोलियां चलेंगी या फिर हम घर पर बैठेंगे. यह तुम्हारे हाथ में है कि क्या करना है और क्या नहीं करना है…अगर तुम काम करोगे, तो इतिहास लिखा जाएगा और अखबारों में छपोगे.”
जानकारी मिली है कि अनमोल, बाबा सिद्दीकी मामले के आरोपियों के संपर्क में भी था और उसने कथित तौर पर घातक हमले में इस्तेमाल की गई पिस्तौल का इंतजाम किया था.
उक्त पुलिस सूत्र ने कहा, “वह (अनमोल) नए रंगरूटों के साथ नियमित संपर्क में था और दूसरों को सूचित करता था कि किसे क्या काम दिया जा सकता है. सिद्दीकी मामले में आरोपी लोनकर बंधु भी उसके संपर्क में थे.”
तीन बार विधायक रहे सिद्दीकी को 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे जीशान के कार्यालय के बाहर गोली मार दी गई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, हत्या के सिलसिले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें अपराध स्थल पर मौजूद तीन में से दो लोग शामिल हैं.
जांचकर्ताओं को संदेह है कि उसने मूसेवाला के हत्यारों के लिए हथियार और रसद की भी व्यवस्था की थी, जिसे 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में गोली मार दी गई थी. मामले के सिलसिले में शूटर के रूप में पहचाने गए छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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