नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर शुरू हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव अब वृहद आकार ले रही हैं.
बुधवार को रीवा के कृष्णा राज कपूर सभागार में प्रदेश की 5वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन के मौके पर यादव ने प्रदेश में 2,690 करोड़ की 21 इकाइयों का वर्चुअल भूमि पूजन और लोकार्पण किया. इन इकाइयों में 1,830 लोगों के लिए रोज़गार के अवसर होंगे.
सीएम ने प्रदेश की 85 औद्योगिक इकाइयों को 146 एकड़ भूमि आवंटन के आशय पत्र वितरित किए. इन औद्योगिक इकाइयों में लगभग 918 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है जिससे 3,350 से अधिक रोज़गार के अवसर सृजित होंगे. मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों में उद्योग स्थापित करने वाले उद्योगपतियों एवं निवेशकों से वर्चुअल संवाद किया और सभी को बधाई व शुभकामनाएं दीं.
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल होने के पहले मुख्यमंत्री ने रीवा में किला परिसर स्थित भगवान महामृत्युंजय के मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना और आरती की. भगवान महामृत्युंजय से प्रदेशवासियों के कल्याण और प्रदेश के विकास की मंगल कामना की.
सीएम ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा प्रयास प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना है. अगर कोई बड़ी इंडस्ट्री प्रदेश में बड़ा प्रोजेक्ट लाना चाहती है, जो हमारी वर्तमान पॉलिसियों की सीमाओं से बाहर भी हों, तो हम कैबिनेट के माध्यम से उन्हें भी लाभ प्रदान करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसी बात की कोई कमी नहीं है, राज्य संपूर्ण रूप से समृद्ध है. प्रदेश के समग्र विकास के साथ प्रत्येक व्यक्ति को रोज़गार उपलब्ध कराना हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है. मुख्यमंत्री द्वारा रीवा के अलावा सिंगरौली और कटनी में भी कंटेनर डिपो बनाने समेत कई महत्वपूर्ण सौगातें दी गई.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड और एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया. इस एमओयू का उद्देश्य रीवा, सतना क्षेत्र में पर्यटन के क्षेत्र का विकास, प्रशिक्षण देना, रोजगार एवं स्व रोज़गार उपलब्ध कराना है. इसके साथ ही नगर निगम रीवा और एमपीआईडीसी के बीच औद्योगिक जल आपूर्ति के लिए भी समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया.
पंतजलि समूह के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. यह कला, संस्कृति और परंपरा की भूमि है. पतंजलि के माध्यम से हम यहां कई क्षेत्रों में काम करने वाले हैं. पतंजलि का मंत्र है कि हम देश को बाजार नहीं परिवार समझकर कार्य करते हैं. लोगों को शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य सब प्राप्त हो, उसके लिए भी हम पतंजलि का बेहतरीन योग, आयुर्वेद वेलनेस सेंटर बनाएंगे. उन्होंने कहा रीवा संभाग सरसों का क्षेत्र है खाद्य प्रसंस्करण सहित जड़ी बूटियों के लिए यहां पतंजलि ग्रुप इकाई स्थापित करेगा.
रिलायंस बायो एनर्जी के बिजनेस हेड हरीन्द्र के त्रिपाठी ने कहा कि हमारी कंपनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में निरंतर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है. नेट कार्बन, ग्रीन एनर्जी, ग्रीन फर्टिलाइजर सहित पांच क्षेत्रों में रोजगार देने के मामले में मध्यप्रदेश को हम नंबर वन बना सकते हैं.
रामा प्लाई ग्रुप के मैनेजिंग पार्टनर नरेश गोयल ने कहा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर रीवा क्षेत्र में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन हो रहा है, इसके लिए उद्योगपतियों की ओर से मुख्यमंत्री का आभार. उनके द्वारा नए उद्योगों को स्थापित करने के लिए, जो ठोस पहल की जा रही है, उससे प्रेरित होकर रामा ग्रुप लगभग 100 करोड़ रुपये के नए निवेश से प्लाईवुड यूनिट को विस्तारित करने की योजना प्रस्तावित करता है. साथ ही 400 करोड़ रुपये की एमडीएफ और पार्टिकल बोर्ड यूनिट स्थापित करने के लिए विंध्य क्षेत्र में योजना पर कार्य कर रहा है.
डालमिया सीमेंट के एमडी पुनीत डालमिया ने कहा कि हम मध्य प्रदेश में 3,000 करोड़ रुपये के निवेश से एक सीमेंट प्लांट लगाना चाहते हैं. इसकी विशेषता यह होगी कि यह प्लांट 100 % नवीकरणीय ऊर्जा से चलने वाला देश का पहला प्लांट होगा.
हम प्रदेश में दीक्षा सेंटर स्थापित कर स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में भी कार्य करना चाहते हैं.