गुरुग्राम: निवर्तमान हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के उपनेता कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने नूंह निर्वाचन क्षेत्र में 46,963 वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
अहमद को 91,833 वोट मिले, जबकि इनेलो के ताहिर हुसैन को 44,870 वोट और भाजपा के संजय सिंह को 15,902 वोट मिले.
कांग्रेस नेता अहमद मौजूदा विधायक हैं और पहले भी इस सीट पर काबिज़ रह चुके हैं.
नूंह ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा क्योंकि हरियाणा की सत्तारूढ़ बीजेपी ने पड़ोसी सीट सोहना से मौजूदा विधायक सिंह को मैदान में उतारा है, जो स्पष्ट रूप से इस निर्वाचन क्षेत्र में वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश थी. नूंह में पिछले साल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी.
हरियाणा के मेवात क्षेत्र में आने वाले नूंह में जुलाई में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसकी वजह से हरियाणा चुनावों से पहले सामाजिक-राजनीतिक माहौल काफी खराब हो गया था.
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक धार्मिक जुलूस, ब्रज मंडल जल अभिषेक यात्रा के दौरान अशांति भड़क उठी, जिससे स्थानीय समुदायों के बीच झड़पें हुईं. हिंसा के परिणामस्वरूप कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, संपत्ति को नुकसान पहुंचा और निवासियों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई.
झड़पों के बाद, हरियाणा सरकार ने कर्फ्यू, हिरासत और गिरफ्तारियों सहित सख्त कार्रवाई की. इस क्षेत्र में व्यवस्था बहाल करने के लिए अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई और कई व्यक्तियों पर उनकी संलिप्तता के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत चार्ज लगाए गए.
हालांकि, राज्य द्वारा की जाने वाली इस कार्रवाई की अलग-अलग वर्गों द्वारा आलोचना की गई, जिसमें मुस्लिम समुदाय को चुन-चुनकर निशाना बनाए जाने और बुलडोजर से संपत्तियों को ध्वस्त करने जैसी कठोर रणनीति अपनाने का आरोप लगाया गया. हिंसा के कारण क्षेत्र में हिंदू और मुस्लिम आबादी के बीच ध्रुवीकरण भी बढ़ गया.
मुस्लिम बहुल नूंह जिले में इस चुनाव में अधिक मतदान हुआ, जो वोटों के संभावित ध्रुवीकरण का संकेत देता है.
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