scorecardresearch
Monday, 7 October, 2024
होमदेशविकसित भारत का सामूहिक लक्ष्य पूरा होने तक चैन से नहीं बैठूंगा: मोदी

विकसित भारत का सामूहिक लक्ष्य पूरा होने तक चैन से नहीं बैठूंगा: मोदी

Text Size:

नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) पहले गुजरात और फिर केंद्र में सरकार के मुखिया के रूप में सार्वजनिक पद पर रहते हुए 23 वर्ष की अवधि पूरी करने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारतीयों को आश्वस्त किया कि वह और भी अधिक जोश के साथ अथक परिश्रम करते रहेंगे तथा तब तक चैन की सांस नहीं लेंगे जब तक कि विकसित भारत का सामूहिक लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता।

मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बहुत कुछ हासिल किया गया है लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

उन्होंने ‘एक्स’ पर कई पोस्ट में कहा, ‘‘सरकार के मुखिया के रूप में 23 वर्ष की अवधि पूरे होने पर मुझे आशीर्वाद और शुभकामनाएं देने वाले सभी लोगों का हार्दिक आभार। सात अक्टूबर, 2001 को मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने की जिम्मेदारी संभाली थी। यह मेरी पार्टी भाजपा की महानता थी कि उसने मुझ जैसे कार्यकर्ता को राज्य प्रशासन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी।’’

मोदी ने कहा, ‘‘जब मैंने मुख्यमंत्री का पद संभाला था तो गुजरात कई चुनौतियों 2001 का कच्छ भूकंप, इससे पहले ‘सुपर साइक्लोन’, भयंकर सूखा और कई दशकों के कांग्रेस का ‘कुशासन’ जैसे लूट, सांप्रदायिकता और जातिवाद का सामना कर रहा था। जनशक्ति से प्रेरित होकर हमने गुजरात का पुनर्निर्माण किया और इसे प्रगति की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, यहां तक ​​कि कृषि जैसे क्षेत्र में भी जिसके लिए राज्य को पारंपरिक रूप से नहीं जाना जाता था।’’

उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके 13 वर्ष के कार्यकाल के दौरान, राज्य ‘सबका साथ, सबका विकास’ का एक उज्ज्वल उदाहरण बनकर उभरा, जिससे समाज के सभी वर्गों के लिए समृद्धि सुनिश्चित हुई।

मोदी ने कहा कि 2014 में भारत की जनता ने भाजपा को रिकॉर्ड बहुमत दिया जिससे वह प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने में सक्षम हुए।

उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि 30 वर्षों में पहली बार किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला था।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले एक दशक में हम अपने देश के समक्ष मौजूद अनेक चुनौतियों का समाधान करने में सफल रहे हैं। पच्चीस करोड़ से अधिक लोग गरीबी के चंगुल से बाहर निकल गये हैं। भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और इससे विशेष रूप से हमारे एमएसएमई, स्टार्ट-अप क्षेत्र तथा अन्य को मदद मिली है।’’

उन्होंने कहा कि मेहनतकश किसानों, नारी शक्ति, युवा शक्ति और गरीबों के साथ-साथ समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए समृद्धि के नए रास्ते खुल गए हैं।

मोदी ने कहा, ‘‘विश्व हमारे साथ जुड़ने, हमारे लोगों में निवेश करने और हमारी सफलता का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक है। साथ ही, भारत वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रहा है, चाहे वह जलवायु परिवर्तन हो, स्वास्थ्य सेवा में सुधार हो, सतत विकास लक्ष्य हासिल करना हो या अन्य।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने देशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि मैं लोगों की सेवा में और भी अधिक जोश के साथ अथक परिश्रम करता रहूंगा। जब तक विकसित भारत का हमारा सामूहिक लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता, मैं चैन से नहीं बैठूंगा।’’

इससे पहले भाजपा ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने सार्वजनिक पद पर रहते हुए 23 वर्ष की अवधि पूरी कर ली है और गुजरात से लेकर केंद्र तक की उनकी यात्रा को ‘जीवंत प्रेरणा’ बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में देश की प्रगति और उसकी वैश्विक प्रतिष्ठा ने नए आयाम प्राप्त किए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने सात अक्टूबर, 2001 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और इस पद पर लगातार 13 साल तक रहे। इसके बाद वह 2014 में देश के प्रधानमंत्री बने और गत जून महीने में उन्होंने लगातार तीसरी बार देश की कमान संभाली।

भाषा

देवेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments