इस्लामाबाद: पाकिस्तान की उड्डयन सचिव व नागिरक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) की महानिदेशक शाहरुख नुसरत ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने वायु क्षेत्र को खोलने के भारत के अनुरोध को नामंजूर कर दिया है. उन्होंने कहा है कि जब तक भारत अपने हवाईअड्डों से लड़ाकू विमानों की तैनाती खत्म करते हुए उन्हें वहां से नहीं हटाएगा, तब तक पाकिस्तान अपना वायु क्षेत्र उड़ानों के लिए नहीं खोलेगा.
‘एक्सप्रेस न्यूज’ की रपट के मुताबिक, नुसरत ने यह बयान विमानन पर सीनेट की स्थाई समिति के समक्ष दिया. उन्होंने कहा कि उनके विभाग ने भारतीय अधिकारियों को सूचित कर दिया है कि पाकिस्तानी वायु क्षेत्र का इस्तेमाल भारत तब तक नहीं कर सकेगा, जब तक कि भारतीय वायुसेना अड्डों से लड़ाकू विमानों को नहीं हटा लिया जाता.
उन्होंने सीनेट की समिति को बताया कि इस साल फरवरी में भारत के साथ तनाव के बाद पाकिस्तान ने अपने वायु क्षेत्र को भारतीय उड़ानों के लिए बंद कर दिया और यह स्थिति अभी बरकरार है.
इस प्रतिबंध के बाद, भारत अपनी उड़ानों के लिए वैकल्पिक हवाई मार्गो का इस्तेमाल कर रहा है.
सीएए अधिकारी ने भारत के इस दावे को भी गलत बताया कि उसने अपने वायु क्षेत्र को पाकिस्तान के लिए खोल दिया है. उन्होंने बताया कि भारतीय वायु क्षेत्र के बंद होने की वजह से पाकिस्तान के लिए थाईलैंड से आने वाली उड़ानें आज भी बंद हैं. इसी तरह मलेशिया के लिए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की उड़ानें निलंबित हैं.
उन्होंने समिति को बताया कि भारत ने वायु क्षेत्र को खोलने के लिए पाकिस्तान से संपर्क किया था. लेकिन, भारतीय अधिकारियों को बताया गया कि भारतीय वायु अड्डे आज भी लड़ाकू विमानों से लैस हैं और जब तक इन्हें हटाया नहीं जाएगा, पाकिस्तान अपना वायु क्षेत्र नहीं खोलेगा.