मलाप्पुरम (केरल), दो अक्टूबर (भाषा) असंतुष्ट विधायक पी. वी. अनवर ने बुधवार को कहा कि वह केरल में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे, जो राज्य में आगामी सभी चुनाव लड़ेगी।
नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र से वाम मोर्चा के उम्मीदवार के रूप में जीतने वाले अनवर के साथ माकपा ने सभी संबंध तोड़ लिए हैं। विधायक ने कहा कि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे एक आंदोलन का रूप ले चुके हैं, और यह आंदोलन एक राजनीतिक पार्टी में बदलेगा।
उन्होंने कहा, “इसलिए मैं एक नई राजनीतिक पार्टी बनाऊंगा। बिना पार्टी के आप चुनाव नहीं लड़ सकते।”
अनवर ने दावा किया कि राज्य के लाखों युवाओं का उन्हें समर्थन प्राप्त है और वे ही उनकी आशा हैं।
नीलांबुर के विधायक ने मलाप्पुरम जिले में सोने की तस्करी और हवाला मामलों के बारे में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के हाल के कथित बयानों का भी उल्लेख किया और आरोप लगाया कि ये “हिंदुत्ववादी सांप्रदायिकों और आरएसएस को खुश करने” के लिए थे।
हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने मंगलवार को स्पष्ट किया था कि विजयन ने कभी किसी विशेष स्थान या क्षेत्र का उल्लेख नहीं किया, न ही उन्होंने अपने कथित बयानों में “राज्य विरोधी” या “राष्ट्र विरोधी गतिविधियों“ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
सीएमओ के स्पष्टीकरण को “नाटक” करार देते हुए अनवर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और माकपा हालिया लोकसभा चुनावों में एलडीएफ की हार के बाद आरएसएस और “हिंदुत्व संप्रदायवादियों” को खुश कर रहे हैं, क्योंकि उनकी नजर वोटों पर है।
अनवर ने विजयन और राज्य में सत्तारूढ़ माकपा पर अपने ताजा हमले में कहा, “मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे दें। अगर मैं उनकी जगह होता तो मैं भी इस्तीफा दे देता। पार्टी में मुख्यमंत्री बनने के योग्य अन्य लोग भी हैं।”
उन्होंने यह टिप्पणी विजयन के मंगलवार को दिए उस बयान पर की है जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य में सत्तारूढ़ माकपा ‘बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक सांप्रदायिकता’ दोनों का विरोध करती है और किसी भी पक्ष के साथ समझौता नहीं करेगी।
अनवर का पिछले कुछ हफ्ते से विभिन्न मुद्दों पर वामपंथी पार्टी और विजयन के साथ टकराव है।
प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने बुधवार को कहा कि वह लोगों के बीच जाएंगे और इन मुद्दों को उनके सामने उठाएंगे।
अनवर ने कहा कि वे जिन मुद्दों को उठाने जा रहे हैं उनमें राज्य में बढ़ता मानव-पशु संघर्ष भी शामिल है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह संघर्ष कुछ एजेंसियों और वन विभाग द्वारा रचा गया है और इसके पीछे एक साजिश है।
विधायक ने दावा किया, “मैं सब कुछ उजागर कर दूंगा।”
भाषा
नोमान मनीषा
मनीषा
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