scorecardresearch
Saturday, 28 September, 2024
होमदेशनारी शक्ति और शिक्षा के बिना हम विकसित भारत का सपना नहीं देख सकते : धनखड़

नारी शक्ति और शिक्षा के बिना हम विकसित भारत का सपना नहीं देख सकते : धनखड़

Text Size:

जयपुर, 28 सितंबर (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देश के विकास में नारी शक्ति और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए शनिवार को कहा कि इन दोनों के बिना हम विकसित भारत का सपना नहीं देख सकते।

धनखड़ ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि महिला और शिक्षा देश को ‘विकसित भारत’ की ओर ले जाने वाले रथ के चक्र हैं।

उन्होंने जयपुर में इंडिया इंटरनेशनल स्कूल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उपराष्ट्रपति ने कहा, ”महिलाओं के बिना और शिक्षा के बिना हम विकसित भारत का सपना नहीं देख सकते। महिला और शिक्षा उस रथ के दो पहिए हैं जो देश को चलाएंगे।”

धनखड़ ने विशेष रूप से महिलाओं की शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “शिक्षा समाज में सबसे बड़ा स्तर है, यह समानता लाती है और लोकतंत्र के प्रस्फुटित होने के लिए यह एक जरूरी आवश्यकता है। किसी भी समाज में शिक्षा असमानताओं को दूर कर समानता लाती है, शिक्षा सामाजिक व्यवस्था में बराबरी लाने का सबसे बड़ा साधन है, शिक्षा लोकतंत्र की प्राणवायु है।”

उन्होंने कहा, ”अगर हम अपने वेदों पर नजर डालें तो उनमें महिलाओं की शिक्षा और भागीदारी पर बहुत ज़ोर दिया गया है। हम बीच में कहीं रास्ता भटक गए थे लेकिन वैदिक काल में महिलाएं उच्च स्तर पर थीं। वे नीति निर्माता, वे निर्णय निर्माता तथा मार्गदर्शक थीं।”

एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने हाल ही में लागू महिला आरक्षण विधेयक की भी प्रशंसा की, जिसके तहत संसद और राज्य विधान मंडलों में महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण अनिवार्य किया गया है।

धनखड़ ने महिला आरक्षण विधेयक की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह एक युगांतकारी विकास हुआ है जो कि ऐतिहासिक विकास है, और वह लोकसभा और राज्य विधान मंडलों में महिला आरक्षण है। संविधान ने अब लोकसभा और राज्य विधान मंडलों में एक तिहाई आरक्षण प्रदान किया है। इससे वे नीति निर्माण का हिस्सा होंगी, वे कानून बनाने का हिस्सा होंगी, वे कार्यकारी कार्यों का हिस्सा होंगी, वे प्रेरक शक्ति होंगे। यह इस सदी का बहुत बड़ा विकास है।”

धनखड़ ने वैश्विक स्तर पर भारत में निवेश और व्यापार की असीम संभावनाओं को लेकर कहा,”देश ने विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा के साथ ऐतिहासिक तेजी से विकास और आर्थिक प्रगति को बढ़ते देखा है। दिन-प्रतिदिन भारत में संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं।”

उन्होंने कहा,”आपको एक बात बता सकता हूं वैश्विक संस्थाएं, आईएमएफ, विश्व बैंक, विश्व आर्थिक मंच और सभी ने कहा है कि भारत विश्व स्तर पर सबसे अधिक संभावनाओं वाला देश है। किसी भी देश में देखें, हम अवसर और निवेश के मामले में सर्वश्रेष्ठ हैं। देश में आज पारदर्शी जवाबदेह शासन है।”

भाषा

पृथ्वी, रवि कांत रवि कांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments