ढाका: बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और 58 अन्य के खिलाफ पिछले महीने उनकी सरकार गिरने के कारण हुई हिंसक झड़पों के दौरान एक छात्र की हत्या के प्रयास के आरोप में एक नया मामला दर्ज किया गया है, रविवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
यह 76 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ दर्ज मामलों की श्रृंखला में नवीनतम मामला है, जिन्होंने सरकारी नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और भारत भाग आईं.
डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला शुक्रवार को 22 वर्षीय फहीम फैजल ने दर्ज कराया था, जिसने दावा किया था कि हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के गिरने से एक दिन पहले 4 अगस्त को दिनाजपुर में सरकार विरोधी प्रदर्शन के दौरान उसे गोली मार दी गई थी और वह घायल हो गया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके साथ ही हसीना के खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या 155 हो गई है, जिसमें हत्या के 136, मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार के सात, अपहरण के तीन, हत्या के प्रयास के आठ और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के जुलूस पर हमले का एक मामला शामिल है.
मामले के बयान के अनुसार, प्रदर्शनकारियों पर फायर आर्म्स और स्थानीय हथियारों से हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप फैज़ल को कई चोटें आईं, जिनका दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज किया गया और वह आंशिक रूप से ठीक हो गए.
इस मामले में हसीना, पूर्व सचेतक इकबालुर रहीम और दिनाजपुर सदर उपजिला के अध्यक्ष इमदाद सरकार सहित 59 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसा की घटनाओं में 230 से अधिक लोग मारे गए, जिससे जुलाई के मध्य में छात्रों द्वारा शुरू किए गए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद से मरने वालों की संख्या 600 से अधिक हो गई है.
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