भुवनेश्वर, 21 अगस्त (भाषा) कुड़मी समुदाय की प्रमुख नेता ममता मोहंता के ओडिशा से राज्यसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने के कुछ घंटे बाद ही पार्टी के एक और नेता जगन्नाथ प्रधान ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया।
प्रधान के नामांकन के दौरान कांटाबांजी से विधायक लक्ष्मण बाग सहित पार्टी के कई नेता भी मौजूद थे।
भाजपा की ओडिशा इकाई के प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर ने स्पष्ट किया कि मोहंता भाजपा की आधिकारिक उम्मीदवार हैं, जबकि प्रधान एक ‘डमी’ उम्मीदवार हैं।
तोमर ने कहा, ‘‘मोहंता हमारी आधिकारिक उम्मीदवार हैं और प्रधान ‘डमी’ उम्मीदवार हैं। प्रधान को पार्टी उम्मीदवार की सुरक्षा के लिए मैदान में उतारा गया है। प्रधान की उम्मीदवारी पर अब कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधान की भूमिका पूरी तरह से एहतियाती है और पार्टी अपने आधिकारिक उम्मीदवार के साथ आगे बढ़ेगी।
प्रधान ने इससे पहले विधानसभा चुनाव में भुवनेश्वर-मध्य सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजू जनता दल (बीजद) के अनंत नारायण जेना से मामूली अंतर से हार गए थे।
इससे पहले, विधानसभा परिसर में नामांकन पत्र दाखिल करते समय मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और कई सांसद, विधायक एवं मंत्री मोहंता के साथ थे।
राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का बुधवार को आखिरी दिन है।
ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के संख्या बल को देखते हुए मोहंता का उपचुनाव जीतना और राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होना तय माना जा रहा है।
ओडिशा से यह राज्यसभा सीट मोहंता के 31 जुलाई को बीजू जनता दल (बीजद) छोड़ने और उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण खाली हो गई थी। एक अगस्त को मोहंता भाजपा में शामिल हो गई थीं।
ओडिशा विधानसभा में भाजपा के 74, बीजद के 51 और कांग्रेस के 14 सदस्य हैं। राज्य विधानसभा में तीन निर्दलीय विधायक और एक सदस्य मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का है।
माझी ने राज्यसभा उपचुनाव में मोहंता की जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वह विजयी होंगी और राज्यसभा में ओडिशा का प्रतिनिधित्व करेंगी।’’
मोहंता अप्रैल 2020 में बीजद से राज्यसभा के लिए चुनी गई थीं। हालांकि, उन्होंने अपना छह साल का कार्यकाल पूरा होने के 18 महीने पहले उच्च सदन से इस्तीफा दे दिया।
ओडिशा की 10 राज्यसभा सीटों में से फिलहाल आठ बीजद और एक भाजपा के पास है, जबकि एक सीट खाली है।
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