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Friday, 18 October, 2024
होमदेशभले ही मुख्यमंत्री को ‘बुरा लगे’, मैं सीमावर्ती जिलों का दौरा करता रहूंगा: पंजाब के राज्यपाल पुरोहित

भले ही मुख्यमंत्री को ‘बुरा लगे’, मैं सीमावर्ती जिलों का दौरा करता रहूंगा: पंजाब के राज्यपाल पुरोहित

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चंडीगढ़, 26 जुलाई (भाषा) पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सीमावर्ती जिलों का दौरा करने को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा उन पर किए गए कटाक्ष का शुक्रवार को जवाब दिया और कहा कि भले ही आम आदमी पार्टी (आप) के नेता को बुरा लगे, लेकिन वह ऐसा करने से पीछे नहीं हटेंगे।

मान ने बृहस्पतिवार को पुरोहित पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें ‘‘संघर्ष का माहौल’’ पैदा करने से बचना चाहिए और इसके बजाय एक विश्वविद्यालय में संगोष्ठी का उद्घाटन करना चाहिए।

पहले भी विभिन्न मुद्दों पर मुख्यमंत्री के साथ टकराव में शामिल रहे राज्यपाल ने मान से कहा कि वह ‘‘उनसे न डरें।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके लिए ‘‘परेशान’’ होने का कोई कारण नहीं है।

पुरोहित ने शुक्रवार शाम यहां मीडिया को छह सीमावर्ती जिलों– पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर और तरण तारण के अपने दौरे के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनके दौरे के कारण पुलिस बल और केंद्रीय एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार हुआ है जिससे पाकिस्तान से मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी को रोकने के उनके प्रयासों में मदद मिलेगी।

पुरोहित ने यह भी कहा कि उनके कहने पर सीमावर्ती गांवों में ग्राम स्तरीय रक्षा समितियां गठित की गई हैं और उन्होंने ड्रोन एवं मादक पदार्थों की बरामदगी में मदद करने वाले गांवों के लिए नकद पुरस्कार की भी घोषणा की है।

जालंधर में बृहस्पतिवार को पत्रकारों से मान ने कहा था कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद पर हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए तथा ‘‘हम अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।’’

वह सीमावर्ती जिलों में पुरोहित के दौरे, ग्रामीणों तथा पुलिस एवं केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों के साथ उनके द्वारा बैठकें किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

पुरोहित ने इस बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘भले ही उन्हें मेरी यात्रा से बुरा लगे, फिर भी मैं जाऊंगा।’’

राज्यपाल ने अपनी मौजूदा भूमिका का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं सभी से मिलता हूं। मैं हर पार्टी के प्रतिनिधियों से मिलता हूं। मैं उनकी बात सुनता हूं। मेरे अंदर कोई राजनीति नहीं है।’’

पुरोहित ने अपने दौरे को मुद्दा बनाए जाने पर कहा, ‘‘मुख्यमंत्री साहब को मुझसे डरने की क्या जरूरत है? राज्यपाल किसी के लिए समस्या क्यों होना चाहिए?’’

कई महीने पहले सीमावर्ती जिलों के अपने पहले दौरे का जिक्र करते हुए पुरोहित ने संवाददाताओं को बताया कि उन्हें केंद्रीय एजेंसियों और राज्य पुलिस बल के बीच समन्वय की कमी के बारे में पता चला।

राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में समन्वय के लिए सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए), स्वापक नियंत्रण ब्यूरो और खुफिया ब्यूरो सहित सभी केंद्रीय एजेंसियों तथा राज्य पुलिस बल के अधिकारियों को शामिल किया है।

पुरोहित ने कहा, ‘‘ग्राम-स्तरीय रक्षा समिति गठित करने का विचार मेरा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने केंद्रीय एजेंसियों से कहा है कि वे ग्राम-स्तरीय रक्षा समिति के सदस्यों को वर्ष में एक बार बैठक के लिए बुलाएं।’’

भाषा राजकुमार नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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