श्रीनगर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सुरक्षा बलों से कहा कि आतंकवाद और आतंकियों के प्रति जीरो टॉलरेंस (कोई सहिष्णुता नहीं) की नीति होनी चाहिए. शाह के दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे के संबंध में मीडिया को जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय में विशेष सचिव ए. पी. महेश्वरी और प्रदेश के मुख्य सचिव बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम ने बताया कि गृहमंत्री ने निर्देश दिया है कि आतंकियों की फंडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहनी चाहिए. गृहमंत्री चाहते हैं कि कानून-व्यवस्था हर कीमत पर लागू होनी चाहिए.
महेश्वरी ने मीडिया को बताया, ‘गृहमंत्री ने आतंकवाद और आक्रामकता को काबू करने की दिशा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के कार्यो की सराहना करते हुए निर्देश दिया है कि प्रदेश सरकार को पुलिसकर्मियों की शहादत को याद को करने के लिए हर साल उनके गृह शहरों व गावों में कार्यक्रम करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘पुलिसकर्मियों के नाम पर प्रमुख स्थानों का नाम रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह समय-समय पर कई मोर्चो पर प्रदेश के प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे.’
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने फिर दोहराया है कि सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह चौकस रहनी चाहिए और हिंसा मुक्त अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा संबंधी सारे कदम उठाने चाहिए.
महेश्वरी के अनुसार, गृहमंत्री ने कहा ‘विशेष संचालन प्रक्रिया लागू करने में कोई ढील नहीं होनी चाहिए और वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार इसकी निगरानी करनी चाहिए.’
महेश्वरी ने मीडिया को बताया, ‘गृहमंत्री ने दोहराया है कि बलों को यह सुनिश्चत करना चाहिए कि नवीनतम प्रौद्योगिकी का हर संभव बेहतर उपयोग हो और तोड़-फोड़ व बर्बादी रोकने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.’
उन्होंने बताया कि शाह के दौरे के दौरान तीन प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया. जिनमें पहला मुद्दा प्रदेश के अत्यंत गरीब लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ दिलाना सुनिश्चित करना है. दूसरा, सुरक्षा बंदोबस्त चाकचौबंद हो ताकि अमरनाथ यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न हो और अगर जरूरत पड़े तो इसे और कड़ी किया जाए. तीसरा, प्रदेश में सुरक्षा के हालात में सुधार के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा कठिन परिश्रम है.
गृहमंत्री ने लोगों के हित में अपनी जान कुर्बान करने वाले पुलिसकर्मियों के योगदान की सराहना की. दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.