नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर राज्यसभा ने संबोधित करते हुए झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग और बिहार में चमकी बुखार से हुई मौतों पर खेद जताया है. उन्होंने कहा भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. चुनाव की ग्लोबल वेल्यू होती है और उस समय अपनी सोच की मर्यादाओं के कारण, विचारों की विकृति के कारण यह कहना कि आप चुनाव जीत गए देश चुनाव हार गया, यह कहना लोकतंत्र और जनता अपमान है. कई दशकों बाद देश में फिर से एक पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी है और यह चुनाव कई मायनों में खास था. देश के मतदाताओं ने स्थिरता को बल दिया है. इस बार देश की जनता दलों से परे लड़ रही थी.
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को घेरा
मोदी ने राज्यसभा में कहा कि चुनाव में देश हार गया, लोकतंत्र हार गया तो क्या वायनाड और रायबरेली में हिन्दुस्तान हार गया, क्या अमेठी में हिन्दुस्तान हार गया कांग्रेस हारी तो देश हार गया ये कौन सा तर्क है, कांग्रेस का मतलब देश नहीं है, अहंकार की भी एक सीमा होती है. 60 साल तक देश में सरकार चलाने वाला दल 17 राज्यों में एक सीट नहीं जीत पाया, तो क्या हम आसानी से कह देंगे कि देश हार गया. इस तरह के बयान से हमने देश के मतदाताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया. वोटरों का ऐसा अपमान पीड़ा देता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि एक कड़ी तपस्या के बाद देश में चुनाव होता है. किसानों का भी अपमान किया गया और उसे बिकाऊ तक बता दिया. किसान के लिए कह देना कि दो हजार में उसने अपना वोट बेच दिया, किसानों के बारे में ऐसी बातें सुनकर हैरान हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा हार का ठीकरा लोग ईवीएम पर फोड़ रहे हैं जो लोग हार गए हैं. वो लोग देश के मतदाताओं का अभिवादन नहीं कर पाते होंगे. लेकिन, मैं सिर झुकाकर उनका अभिनंदन करता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि 1977 में सबसे पहले ईवीएम की चर्चा शुरू हुई. तब हम राजनीति में कहीं नजर नहीं आते थे और 1988 में इसी सदन में बैठे लोगों ने कानूनन इस व्यवस्था को मंजूरी दी, हम तब भी नहीं थे. ईवीएम भी कांग्रेस ने ही किया था. ईवीएम से अब तक 113 विधानसभाओं के चुनाव हुए हैं और यहां बैठे सभी दलों को उसी ईवीएम से सत्ता में आने का मौका मिला है.
झारखंड को मॉब लिंचिंग पर जताया दुःख
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि झारखंड को मॉब लिंचिंग का अड्डा बताया गया, युवक की हत्या का दुख मुझे भी है और सबको होना चाहिए. दोषियों को सजा होनी चाहिए, लेकिन एक राज्य को दोषी बताना क्या हमें शोभा देता है फिर तो हमें वहां अच्छा करने वाले लोग ही नहीं मिलेंगे, सबको कटघरे में लाकर राजनीति तो कर लेंगे लेकिन हालात नहीं सुधार पाएंगे.
मीडिया बिकाऊ है क्या
उन्होंने यह भी कहा मीडिया के कारण हम चुनाव जीत गए यहां तक कहा गया मीडिया बिकाऊ है. जिन राज्यों में हमारी सरकार नहीं है उसमें भी यही लागू होगा क्या. तमिलनाडु और केरल में भी यही लागू होगा क्या. भारत की चुनाव प्रक्रिया दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने का अवसर होती है और इसे हमें खोना नहीं चाहिए. 10 लाख पोलिंग स्टेशन, 40 लाख ईवीएम, 8 हजार से ज्यादा उम्मीदवार, 650 राजनीतिक दल शामिल हुए. महिलाओं ने भी अपनी भागीदारी बढ़ाई है और पुरुषों के बराबर महिलाओं ने वोट किया और 78 महिला सांसद चुनकर आई हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कुछ न कुछ दिक्कत है आप विजयी भी नहीं पचा पाते है और 2014 से मैं देख रहा हूं कि आप पराजय को स्वीकार भी नहीं कर पाते. प्रधानमंत्री ने कहा क्या आज समय की मांग नहीं है कि देश में एक मतदाता सूची एक हो, जितने चुनाव उतनी मतदाता सूची है. पंचायत में एक भी मतदाता छूटता नहीं है, क्योंकि वहां एक-एक वोट अहम है। पहले देश में एक देश एक चुनाव होता था ये बाद में गड़बड़ हुआ है. ओडिशा का उदाहरण सामने है.
ओल्ड इंडिया की मांग क्यों
पीएम मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया का भी विरोध किया जा रहा है. कुछ गलत हो सकता है, लेकिन सब कुछ गलत बता देना कहां तक ठीक है. उन्होंने कहा कि ओल्ड इंडिया की मांग हो रही थी, क्यों भाई. ओल्ड इंडिया में कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया गया. जहां हर तरफ घोटाले हुए ऐसा ओल्ड इंडिया, गैस कनेक्शन के लिए लाइन लगानी पड़े ऐसा ओल्ड इंडिया, पासपोर्ट के लिए महीनों तक का इंतजार वाला ओल्ड इंडिया चाहिए. इंस्पेक्टर राज का ओल्ड इंडिया चाहिए. देश की जनता आज हिन्दुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए तैयार नहीं है और हम आमजन के सपनों को पूरा करने के प्रयास में हैं और यह कोशिश हमने की है. हमने 5 साल में 1.5 करोड़ बनाए और आप 25 लाख बनाते थे.
पीएम मोदी ने कहा कि प्रभाव, अभाव और दबाव के बीच आमजन को कुचलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि 5 साल पहले करोड़ों घरों में बिजली, गैस और शौचालय नहीं थे, लेकिन हमने छोटी-छोटी चीजों से देश को बदला है क्योंकि हम बड़े नहीं बन गए और हम छोटों की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान किया है जिसके बड़े परिणाम हुए हैं.
सरदार पटेल को हमने दिया सम्मान
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल अगर पहले प्रधानमंत्री होते तो आज कश्मीर समस्या न होती, उन्होंने 500 रिसासतों को एक किया. सरदार साहब कांग्रेसी थे और उसी पार्टी के लिए जिए. देश के चुनाव में सरदार साहब नजर नहीं आते. लेकिन गुजरात के चुनाव में जरूर दिखते हैं. हमने आपकी पार्टी के नेता की सबसे बड़ी प्रतिमा गुजरात में बनवाई है और कांग्रेसी नेताओं को वह देखकर आनी चाहिए.
चमकी बुखार पर पहली बार बोले प्रधानमंत्री
बिहार के चमकी बुखार का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह हमारे लिए शर्म और दुख की बात है और इसे हम सभी को गंभीरता से लेना होगा. पीएम मोदी ने कहा पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन दिनों अच्छी स्थिति नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि संकट से बाहर निकालने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं और हमारे स्वास्थ्य मंत्री भी इस ओर ध्यान दे रहे हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना पर भी सदन के भीतर सवाल उठाए गए. पांच सालों में कई सांसदों ने मुझे पीएम राहत कोष से मदद देने की अपील की. आयुष्मान भारत की ताकत उस सांसद को मालूम है. जिसने पीएम कोष से गरीब की मदद के लिए कभी चिट्ठी लिखी हो. आज एक भी चिट्ठी पेंडिंग नहीं है. क्योंकि उसे इस योजना से इलाज मिल रहा है. एक बीमारी से 20 साल की मेहनत चली जाती थी, क्रेडिट मोदी ले जाएगा इसकी चिंता मत करो 2024 के लिए नई योजना लेकर आएंगे.