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Monday, 7 October, 2024
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ऑस्ट्रेलियाई एम्बर ने करोड़ों साल पहले गोंडवाना में पाए गए ‘जीवित जीवाश्म’ का खुलासा किया

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(रसेमारिया ब्लेक और जेफरी स्टिलवेल, मोनाश विश्वविद्यालय द्वारा

सिडनी, 10 जुलाई (द कन्वरसेशन) एम्बर जीवाश्म वृक्ष राल में संरक्षित होते हैं। भूमि या समुद्र में पाए जाने वाले पारंपरिक जीवाश्मों के विपरीत, एम्बर प्राचीन जीवन रूपों को अविश्वसनीय विस्तार से संरक्षित कर सकता है। इसे अक्सर दुनिया भर में जीवाश्म विज्ञान की ‘पवित्र कब्र’ माना जाता है।

एम्बर एक टाइम कैप्सूल की तरह काम करता है, जो लाखों साल पहले के छोटे जानवरों, पौधों और यहां तक ​​कि सूक्ष्मजीवों को भी पकड़ लेता है। ये जीवाश्म – जिन्हें समावेशन के रूप में भी जाना जाता है – आश्चर्यजनक रूप से ताजा, संरक्षित दिखाई दे सकते हैं जैसे वे तब थे जब वे पेड़ की चिपचिपी राल में फंसकर मर गए थे।

ऑस्ट्रेलियाई एम्बर अब चार करोड़ 20 लाख वर्ष पहले के प्राचीन गोंडवानन वातावरण की जैविक विविधता और आज के ऑस्ट्रेलियाई जंगलों से उनके संबंधों को समझने में मदद कर रहा है। इससे हम और भी कारण जान सकते हैं कि हमें आज के वनों की रक्षा क्यों करनी चाहिए।

ऑस्ट्रेलियाई एम्बर का अद्वितीय मूल्य

विशिष्ट, कुचली हुई जीवाश्म चट्टान आकृतियों के विपरीत, जीवाश्म विज्ञानी एम्बर को पूर्ण तीन आयामों में समावेशन को संरक्षित करने की उल्लेखनीय क्षमता के लिए महत्व देते हैं। इसका मतलब है कि हम उन जीवाश्म जीवों का अध्ययन कर सकते हैं जिन्हें अन्यथा इतने विस्तार से दर्ज नहीं किया गया होता।

यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि आधुनिक जैव विविधता का लगभग 85% आर्थ्रोपोड्स (मकड़ियों, मक्खियों, बीटल, मधुमक्खियों और इसी तरह के जीव) से आता है। केवल 0.3% का प्रतिनिधित्व ‘हड्डी वाले’ स्तनधारियों द्वारा किया जाता है जो आमतौर पर चट्टानों में जीवाश्म के रूप में पाए जाते हैं।

कुल मिलाकर, संपूर्ण भूगर्भिक काल में समस्त जीवन का केवल एक छोटा सा अंश ही जीवाश्म बन पाया है। इसका मतलब है कि हम एक पक्षपाती जीवाश्म रिकॉर्ड के साथ काम करते हैं जो पिछली विविधता का सटीक प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है।

एम्बर कम आम नमूनों को खोजने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह पिछले पारिस्थितिक तंत्र की विविधता को प्रकट करने और प्राचीन जीवन की हमारी समझ में इन पूर्वाग्रहों को कम करने में मदद करता है।

अधिकांश एम्बर खोजें उत्तरी गोलार्ध (बाल्टिक क्षेत्र, स्पेन, चीन, म्यांमार) से आती हैं। ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी गोलार्ध में दुर्लभ स्थानों में से एक है जहां वैज्ञानिक एम्बर में फंसे जीवों का भी अध्ययन कर सकते हैं।

इ न संरक्षित जीवों को खोजने के लिए सबसे आशाजनक स्थल विक्टोरिया का पूर्व कोयला खनन क्षेत्र है। इस स्थल से प्राप्त एम्बर और जीवाश्म 4 करोड़ 20 लाख-4 करोड़ वर्ष पुराने होने का अनुमान है, जो इओसीन युग के हैं।

उस समय, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका अभी भी गोंडवाना नाम के धीरे-धीरे खंडित होने वाले महाद्वीप के हिस्से के रूप में जुड़े हुए थे। ऑस्ट्रेलिया में गर्म और नम जलवायु थी, और जंगल कीड़े, अरचिन्ड और अन्य प्राणियों से भरे हुए थे।

जीवित जीवाश्म

हम जिस एम्बर के साथ काम कर रहे हैं, उसका अध्ययन 2014 से शोधकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। 2020 में वर्णित निष्कर्षों में बिटिंग मिडज, बेबी स्पाइडर और यहां तक ​​​​कि मिलाप में मगन मक्खियों की एक जोड़ी भी शामिल है।

हमारा नवीनतम कार्य प्रजातियों पर अधिक विवरण प्रकट करता है। हमने न केवल यह सीखा है कि ये जीव अतीत में कहाँ रहते थे, बल्कि यह आश्चर्यजनक तथ्य भी है कि उनमें से कई आज भी ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में मौजूद हैं, यद्यपि बहुत कम भौगोलिक सीमाओं में।

इसका मतलब है कि प्राचीन गोंडवाना के जीव चार करोड़ से अधिक वर्षों से मौजूद हैं। इतने लंबे समय तक उनका जीवित रहना उन्हें भविष्य में सुरक्षित रखने का और भी बड़ा कारण देता है।

हमारे शोध में एक बड़ी सफलता मेलबर्न में एएनएसटीओ की ऑस्ट्रेलियाई सिंक्रोट्रॉन अनुसंधान सुविधा में नई प्रगति पर आधारित है। बेहतर रिज़ॉल्यूशन और एक्स-रे के साथ छोटे नमूनों को स्कैन करने की क्षमता में काफी सुधार हुआ है कि हम एम्बर में फंसे जीवों की छवियां कैसे बना सकते हैं। यह हमें विस्तृत 3डी पुनर्निर्माण बनाने की क्षमता देता है, और हम प्रजातियों की अधिक आसानी से पहचान कर सकते हैं।

सिंक्रोट्रॉन ने अंततः एम्बर के बड़े, अपारदर्शी टुकड़ों के भीतर समावेशन का पता लगाना संभव बना दिया है जिन्हें पहले पारंपरिक सूक्ष्मदर्शी के साथ जांचना मुश्किल था।

हमने ऑस्ट्रेलियाई एम्बर में क्या पाया है?

नए प्रमुख निष्कर्षों में से कुछ पोडोनोमिनाई कीट उपपरिवार से ‘गैर-काटने वाला’ या ‘पंख’ मिज हैं। यह दक्षिणी गोलार्ध में जीनस ऑस्ट्रोक्लस का पहला जीवाश्म रिकॉर्ड है। हालाँकि अतीत में यह विश्व स्तर पर व्यापक रूप से मौजूद था, लेकिन अब यह ऑस्ट्रेलिया तक ही सीमित है।

सिंक्रोट्रॉन के साथ, हमने न केवल नमूने के लिंग और उसके परिवार के पेड़ में स्थिति का पता लगाया, बल्कि संभावित पंख की मांसपेशियों की आंतरिक संरचना भी बताई। एम्बर जीवाश्मों में भी, यह दुर्लभ है।

हमें एक काटने वाला मिज भी मिला जो आज भी मौजूद है (ऑस्ट्रोकोनोप्स)। यह पिछले छह करोड़ साठ लाख वर्षों में फैले सेनोज़ोइक काल का अपनी तरह का पहला जीवाश्म है। एक बार व्यापक रूप से फैला हुआ, आज यह मिज केवल पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है, फिर से केवल हमारे महाद्वीप तक ही सीमित है।

एम्बोलेमिडे परिवार का एक ततैया, जिसे आज दुनिया भर में परजीवी के रूप में पहचाना जाता है, ऑस्ट्रेलियाई एम्बर का एक और मुख्य आकर्षण है। इस समूह के पास काफी दुर्लभ जीवाश्म रिकॉर्ड है, और यह केवल दूसरी बार है जब कोई दक्षिणी गोलार्ध में पाया गया है।

ये सभी कीट जीवाश्म ऑस्ट्रेलिया में पाए गए अपनी तरह के पहले जीवाश्म हैं। और हमने केवल सतह को खंगाला है – अभी भी बहुत कुछ वर्णित किया जाना बाकी है।

उल्लेखनीय रूप से, ये कीड़े आज भी ऑस्ट्रेलियाई जंगलों में मौजूद हैं, और इनका वंश प्राचीन गोंडवाना के समय का है। इसका मतलब है कि हम जीवित जीवाश्मों के बीच मौजूद हैं।

जबकि हम जानते हैं कि ये प्रजातियाँ अतीत में व्यापक रूप से वितरित थीं, आज उनमें से अधिकांश केवल इस महाद्वीप पर पाई जाती हैं। अब उन्हें नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनके आवासों को खतरा है। खतरों में जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और शहरी फैलाव शामिल हैं।

इन प्राचीन ‘जीवित जीवाश्मों’ और उनके पर्यावरण की रक्षा करना हमारे मूल पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

द कन्वरसेशन एकता एकता

एकता

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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