लंदन, 15 जून (भाषा) विश्व मौसम विज्ञान संगठन की कार्यकारी परिषद ने उष्मा अवशोषित करने वाली एवं जलवायु परिवर्तन से संबंधित गैसों की निगरानी को मजबूत करने और जलवायु शमन की जानकारी देने के लिए एक वैश्विक ग्रीनहाउस गैस वॉच (जी3डब्ल्यू) कार्यान्वयन योजना को मंजूरी दी है।
मानवीय गतिविधियों से प्रभावित होने वाली तीन सबसे महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) पर शुरूआत में ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इनमें कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2), मीथेन (सीएच4) और नाइट्रस ऑक्साइड (एन2ओ) शामिल हैं।
ग्रीनहाउस प्रभाव तब होता है जब वायुमंडल में मौजूद ग्रीनहाउस गैस सूर्य से आने वाली उष्मा को अवशोषित कर लेती है और पृथ्वी को गर्म कर देती है। मानवीय गतिविधियों से होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन ने पूर्व-औद्योगिक युग की तुलना में 1.1 डिग्री सेल्सियस की वैश्विक तापमान वृद्धि में सबसे ज़्यादा योगदान दिया है।
मंगलवार को विश्व मौसम संगठन द्वारा जारी एक वक्तव्य में कहा गया कि (जी3डब्ल्यू) कार्यान्वयन योजना में वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस के स्तर पर मानवीय और प्राकृतिक दोनों प्रभावों को ध्यान में रखा गया है।
ग्लोबल एटमॉस्फियर वॉच प्रोग्राम के अध्यक्ष ग्रेग कारमाइकल ने कार्यकारी परिषद को बताया, ‘ग्लोबल ग्रीनहाउस गैस वॉच कई वर्षों से किये जा रहे प्रयासों का परिणाम है और इसे ग्रीनहाउस गैस विज्ञान समुदाय का मजबूत समर्थन प्राप्त है।’ ग्लोबल ग्रीनहाउस गैस वॉच (जी3डब्ल्यू) का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए वैश्विक उपायों के रूप में पेरिस समझौते को लागू करने के लिए किए गए शमन कार्यों में डब्ल्यूएमओ सदस्य देशों का समर्थन करना है।
भाषा अमित सुभाष
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