कोलकाता, 14 जून (भाषा) अमेरिकी वाणिज्य दूत मेलिंडा पावेक ने कहा कि 2024 में उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाने वाले ज्यादातर भारतीय विद्यार्थी पूर्वी राज्यों से हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका में पढ़ने वाले हर चार में से एक विदेशी छात्र भारत से है।
पावेक ने बृहस्पतिवार को यहां आठवें वार्षिक छात्र वीजा दिवस पर कहा कि इस साल अमेरिका जाने वाले ज्यादातर भारतीय विद्यार्थी पूर्वोत्तर सहित पूर्वी भारत के राज्यों से हैं।
अमेरिकी दूतावास द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, ”पिछले साल दुनिया में शीर्ष चार छात्र वीजा प्रसंस्करण केंद्र भारत में ही थे। हमने 2018, 2019 और 2020 की तुलना में अधिक वीजा जारी किए थे।”
पावेक ने कहा कि अमेरिका के लिए विद्यार्थी प्राथमिकता हैं।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा, ”मैं ‘आइवी लीग’ के किसी कॉलेज में पढ़ने के लिए अपने परिवार की संपत्ति गिरवी रखने के विद्यार्थियों के तरीके से भी बिल्कुल असहमत हूं।”
उन्होंने कहा कि कॉलेज के बजाए डिग्री पर जोर दिया जाना चाहिए।
पावेक ने हाल ही में वीजा संबंधी मुद्दों के कारण कई भारतीय छात्रों को अमेरिका से वापस भेजे जाने की खबरों पर कहा कि उनका देश कभी भी किसी ऐसे विद्यार्थी को वापस नहीं भेजना चाहता, जो वाकई में पढ़ना चाहता है।
पावेक ने कहा कि भारतीयों को अंग्रेजी भाषा कौशल प्रदान करने के तहत अमेरिकी वाणिज्य दूतावास समाज के हाशिए पर मौजूद वर्ग की महिला उद्यमियों को विशेष संवाद कौशल सिखा रहा है।
वाणिज्यदूत ने कहा कि उन्होंने पाया है कि अमेरिका में भारतीय छात्र इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान और भौतिकी आदि के अलावा कंप्यूटर विज्ञान, मशीन लर्निंग और एआई (कृत्रिम बुद्धिमता यानी आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस) का अध्ययन करने में रुचि रखते हैं।
अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की टीम ने बृहस्पतिवार को दिन भर चले कार्यक्रम के दौरान देश भर में 3,900 से अधिक छात्र वीजा आवेदकों का साक्षात्कार लिया।
यहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में 100 से अधिक विद्यार्थियों और उनके परिवारों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
भाषा जितेंद्र नरेश
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