नयी दिल्ली, तीन जून (भाषा) मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा ने सोमवार को कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद ‘ज़ी मीडिया’ जन हित पर केंद्रित निष्पक्ष और विश्वसनीय समाचारों के प्रति प्रतिबद्ध बना हुआ है।
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए दर्शकों और नियामक इकाइयों सहित सभी हितधारकों से प्रेस की स्वतंत्रता को खतरे के खिलाफ खड़ा होने की अपील की।
चंद्रा ने कहा कि एक निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मीडिया, देश की अर्थव्यवस्था, सामाजिक संरचना, समाज के कमजोर वर्ग के लोगों की सुरक्षा, भ्रष्टाचार में कमी लाने और आखिरकार लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि मीडिया को ‘‘लोकतंत्र का चौथा स्तंभ’’ माना जाता है, लेकिन यह शासक वर्ग से बढ़ते दबाव का सामना कर रह रहा है, भले ही वह विधायिका, कार्यपालिका, कॉरपोरेट ही क्यों ना हो।
चंद्रा ने कहा कि अपने एजेंडे को हासिल करने के लिए मीडिया को बदनाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारें विज्ञापन देने के जरिये या धमकी देने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर मीडिया पर दबाव बनाती हैं, ताकि प्रेस को तथ्यात्मक सूचना प्रकाशित करने से रोका जा सके।’’
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत की रैंकिंग खराब है।
चंद्रा ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से कई समाचार चैनलों, अखबारों, सोशल मीडिया और डिजिटल मंचों ने प्रतिरोध करने या अपनी असहमति की आवाज उठाने के बजाय, जीवन के हिस्से के तौर पर दबाव स्वीकार करना शुरू कर दिया है। प्रेस स्वतंत्रता के मामले में 180 देशों में भारत के 159वें स्थान पर रहने का यह भी एक कारण है।’’
उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाता है, लेकिन मीडिया खुद भी समान रूप से जिम्मेदार है।
भाषा सुभाष दिलीप
दिलीप
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