नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) महिलाओं के लिए परिधान बनाने वाली कंपनी लिबास ने 150 करोड़ रुपये का वित्तपोषण जुटाने की घोषणा की है। कंपनी ने इसके साथ अगले दो साल में राजस्व दोगुना कर 1,000 करोड़ रुपये पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
लिबास ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली जिवोर अपैरल ने बृहस्पतिवार को आईसीआईसीआई वेंचर द्वारा प्रबंधित कोष आईएएफ श्रृंखला पांच के जरिये 150 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपने पहले बाह्य वित्तपोषण दौर के पूरा होने की घोषणा की।
इस नई पूंजी के निवेश से लिबास को अपनी वर्तमान डिजिटल मौजूदगी को मजबूत करने और ऑफलाइन विस्तार में तेजी लाने में मदद मिलने की उम्मीद है।
इस बारे में लिबास के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सिद्धांत केशवानी ने कहा, “संगठित भारतीय परिधान क्षेत्र में आने वाले वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है और यह निवेश…सभी श्रेणियों और भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार को बढ़ावा देगा।’’
परिधान बाजार के बारे में केशवानी ने कहा कि अब सुधार के संकेत और फैशन बाजार में उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी का रुझान है।
वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर केशवानी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमारा आंतरिक रूप से लक्ष्य 2025-26 तक लगभग 1,000 करोड़ रुपये के राजस्व का है। यह राजस्व मुख्य रूप से ऑफलाइन कारोबार से आएगा। इसमें ऑनलाइन का भी योगदान होगा।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 500 करोड़ रुपये के राजस्व हासिल किया था।
भाषा रमण अजय
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