आइजोल, 29 मई (भाषा) मिजोरम में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलनों के मलबे से 25 शव बरामद किये जाने के एक दिन बाद, बुधवार को भी लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी रहा। एक आधिकारिक खबर में यह जानकारी दी गई।
मिजोरम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एमएसडीएमए) द्वारा सुबह के समय जारी किये गये बुलेटिन के अनुसार, लापता लोगों की तलाश के लिए कई स्थानों पर सुबह बचाव अभियान शुरू किया गया। इन स्थानों में वह पत्थर की खदान भी शामिल है, जहां मंगलवार को सुबह कई घर ढह गए थे।
भूस्खलन की घटनाओं में कई लोग लापता हो गए। आइजोल में सबसे अधिक भूस्खलन हुए, जिसकी वजह से इस क्षेत्र का संपर्क कई घंटों तक देश के बाकी हिस्सों से टूट गया।
आइजोल शहर के दक्षिणी, बाहरी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में पत्थर की एक खदान ढह गयी, जिसमें दो नाबालिग सहित कम से कम 14 लोगों की मौत हो गयी और आठ अन्य लोग लापता हो गये।
एमएसडीएमए ने रिपोर्ट में कहा, ”खोज एवं बचाव अभियान प्रगति पर है।”
रिपोर्ट के मुताबिक, भूस्खलन के कारण कई मकान और शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 22 लोग दब गए। मृतकों में चार वर्ष का एक बच्चा और छह वर्ष की एक बच्ची भी शामिल है।
एमएसडीएमए के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”फिलहाल मौसम ठीक है और सुबह से बारिश नहीं हुई है। हमें उम्मीद है कि बिना किसी बाधा के हम अभियान जारी रख पाएंगे, हालांकि अब भी बादल छाए हुए हैं।”
आइजोल की उपायुक्त नाजुक कुमार ने मंगलवार को बताया था कि जब तक पूरे घटनास्थल को साफ नहीं कर दिया जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा।
सुबह जारी बुलेटिन के मुताबिक, आइजोल जिले के निकटवर्ती ह्लिमेन में पांच लोगों को बचा लिया गया जबकि चार अन्य लोग अब भी लापता हैं। अधिकारी लोगों की तलाश में बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि आइजोल के सेलम वेंग में भूस्खलन से एक इमारत ढह जाने के बाद तीन लोग लापता हो गए थे, जिनके शव मंगलवार देर शाम बरामद कर लिये गये।
आइजोल जिले के फल्कोन, लुंगसेई और केल्सिह में भूस्खलन से जुड़ी घटनाओं में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
एमएसडीएमए ने यह भी बताया कि आइजोल जिले के चॉनपुई में भूस्खलन के कारण एक मकान के अंदर रह रहे एक परिवार के आठ सदस्य दरकती मिट्टी के साथ बह गए।
भाषा जितेंद्र मनीषा
मनीषा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.