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Tuesday, 17 December, 2024
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‘देखिए मुंबई आज कहां है’ — महायुति और INDIA की रैलियों में मोदी और उद्धव के बीच आरोप-प्रत्यारोप

लोकसभा चुनाव के लिए शहर में मतदान से कुछ दिन पहले दोनों नेताओं ने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और पूर्ववर्ती एमवीए सरकार के तहत मुंबई के विकास के बारे में बात की.

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मुंबई: मुंबई का बुनियादी ढांचा, आर्थिक विकास, व्यवसाय, मराठी बनाम गुजराती — इन सभी विषयों का उल्लेख शुक्रवार को शहर में महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति और विपक्षी इंडिया ब्लॉक की रैलियों में किया गया.

प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क मैदान में आयोजित महायुति रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, दोनों डिप्टी सीएम अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस और मनसे प्रमुख राज ठाकरे शामिल हुए.

बीकेसी मैदान में इंडिया ब्लॉक रैली में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाग लिया.

महायुति रैली में भाषण देते हुए पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले 10 साल में मुंबई में कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाली सरकार के कारण सुरक्षा बढ़ाई गई.

उन्होंने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के मामले में मुंबई को आर्थिक रूप से विकसित करने की ज़रूरत पर भी बल दिया, जिस पर उन्होंने आरोप लगाया कि नवंबर 2019 से जून 2022 तक महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के शासन के दौरान इसे रोक दिया गया था. गठबंधन में तब अविभाजित शिवसेना, अविभाजित राकांपा और कांग्रेस शामिल थे.

मोदी ने कहा, “मुंबई सिर्फ सपने नहीं देखती, मुंबई सपनों को जीती है. मुंबई ने सपने देखने वालों को कभी निराश नहीं किया है. इस सपनों के शहर में, मैं 2047 का अपना सपना लेकर आपके पास आया हूं. हमारे देश का एक सपना है, एक योजना है कि विकसित भारत के लिए हम सभी को एक साथ आना होगा और इसमें मुंबई बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.”

उन्होंने पूछा, “मुंबई के लोग गति की कीमत सबसे अच्छी तरह जानते हैं. भारत के साथ आज़ादी पाने वाले कई देश आगे बढ़े हैं. हमसे कहां कमी रह गई?”

दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे और खरगे ने आरोप लगाया कि पीएम को मुंबई की परवाह नहीं है और वह असंवेदनशील हैं क्योंकि उन्होंने मुंबई में होर्डिंग गिरने की घटना के ठीक एक दिन बाद रोड शो किया था जिसमें 16 लोगों की जान चली गई और कम से कम 75 लोग घायल हो गए.

घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने की घटना का ज़िक्र करते हुए ठाकरे ने कहा, “दो दिन पहले आपका रोड शो उस स्थान पर था जहां होर्डिंग दुर्घटना में लोगों की मौत हो गई थी और आप उन लोगों का अंतिम संस्कार होने से पहले भी नाच-गा रहे थे.”

मुंबई की छह लोकसभा सीटों के साथ-साथ मुंबई महानगर क्षेत्र की चार — ठाणे, कल्याण, पालघर और भिवंडी पर सोमवार को मतदान होगा.

पिछले 2019 के चुनावों में ये सभी सीटें अविभाजित शिवसेना-भाजपा गठबंधन ने जीती थीं.


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‘दहशत में जीती थी मुंबई’

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि वे शहर के लोगों को उनका हक वापस दिलाने के लिए मुंबई आए हैं.

उन्होंने कहा, “दशकों से हमारा देश आतंकवादी हमलों और बम विस्फोटों का सामना कर रहा था. मुंबई जैसा शहर कभी दहशत में रहता था. लोगों को एक ही बात सुनने को मिलेगी कि अगर कुछ भी लावारिस पड़ा दिखे तो पुलिस को सूचना दें, सतर्क रहें, लेकिन 10 साल हो गए, क्या आपने ऐसा कहीं सुना है? क्या ये सब नहीं रुका? वे (विपक्ष) सोचते थे कि यह असंभव है.”

उन्होंने महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती एमवीए सरकार पर “लोगों का जनादेश चुराने और फिर लोगों के कामों को रोकने” का भी आरोप लगाया और कहा कि एमवीए शासन के दौरान सीएम रहे उद्धव ठाकरे ने मुंबई और महाराष्ट्र को प्रगति नहीं करने दी.

पीएम ने जनता से कहा, “आपका एक वोट राष्ट्र कल्याण के बड़े फैसलों का आधार रहा है, इसलिए हर वोट ज़रूरी है. जब इन लोगों ने जनादेश चुराया और सरकार बनाई, तो मैं महाराष्ट्र के बारे में बात कर रहा हूं, (जिसे) उन्होंने रोक दिया. बुलेट ट्रेन, मुंबई मेट्रो, फ्रेट टर्मिनल ठप हो गए. वे मुंबई पर अपनी दुश्मनी निकाल रहे थे.”

मोदी ने कहा, “मोदी मुंबई को उसका अधिकार वापस दिलाने आए हैं. आज मुंबई को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर मिल रहा है. मुंबई मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है, रेलवे का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, नवी मुंबई हवाई अड्डा बनाया जा रहा है और वो दिन दूर नहीं जब मुंबई को पहली बुलेट ट्रेन मिलेगी.”

पीएम ने कांग्रेस पर देश और मुंबई की रफ्तार धीमी रखने का भी आरोप लगाया. उन्होंने लोगों को विपक्षी इंडिया गुट को वोट देने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, “कांग्रेस और इंडिया गठबंधन का माओवादी अर्थशास्त्र मुंबई के पहियों को रोक देगा”.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस के लिए यह अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है. यह किसी भी हद तक जा सकता है. मुंबई भारत की आर्थिक महाशक्ति है. दस साल पहले देखिए कि स्टॉक एक्सचेंज कहां था और आज कहां है. भारत का आत्मविश्वास बढ़ रहा है.”

अपने भाषण में मोदी ने दिवंगत शिव सेना संस्थापक बाल ठाकरे और हिंदू महासभा नेता वी.डी. सावरकर का भी ज़िक्र किया. उन्होंने उद्धव ठाकरे पर अपने पिता बाल और उनके आदर्शों को धोखा देने का आरोप लगाया.

पीएम ने कहा, “शिव तीर्थ की इस भूमि पर, बालासाहेब ठाकरे और वीर सावरकर की आवाज़ गूंजेगी, लेकिन आज उनकी आत्मा कितनी व्याकुल हो रही होगी. इन लोगों (शिवसेना यूबीटी) ने बालासाहेब को धोखा दिया. सत्ता के लिए वे उन लोगों के साथ चले गए जो राम मंदिर की बुराई करते हैं, जो कांग्रेस सावरकर की आलोचना करती है, वे (शिवसेना यूबीटी) आज उनकी गोद में बैठे हैं.”

उन्होंने कहा, “(वरिष्ठ कांग्रेस नेता) राहुल गांधी से यह कहलवाएं कि वे अपने पूरे जीवन में वीर सावरकर के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलेंगे. वे ऐसा नहीं कर पाएंगे. ये वे लोग हैं जो महाराष्ट्र के गौरव को चोट पहुंचाते हैं. एक समय था जब शिवसेना ऐसे लोगों के खिलाफ खड़ी होती थी. आज, वही नकली शिव सेना (शिवसेना यूबीटी का ज़िक्र करते हुए) हिंदुओं का विरोध कर रही है.”

‘आप कारोबार को गुजरात ले गए’

बीकेसी रैली में उद्धव ठाकरे ने मोदी पर निशाना साधा और उन पर कारोबार को मुंबई से अपने गृह राज्य गुजरात ले जाने का आरोप लगाया.

उन्होंने मोदी पर मुंबई को भाषाई आधार पर मराठियों और गुजरातियों के बीच बांटने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पीएम को यह जानने की ज़रूरत है कि मुंबई में सभी जाति, पंथ और धर्म के सभी प्रकार के लोग शांति और सौहार्दपूर्ण ढंग से रह रहे हैं.

ठाकरे ने आरोप लगाया, “आप हमारी मुंबई को लूट रहे हैं. आप मुंबई को भिखारी बनाने की कोशिश कर रहे हैं. आप व्यवसायों को गुजरात ले गए. आपने मुंबई से गुजरात का जो हक था उसे छीन लिया.”

ठाकरे ने मुंबई में मराठियों और गुजरातियों के बीच हुई अप्रिय घटनाओं के बारे में भी बात की. उन्होंने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन का आह्वान किया (जिसमें केवल मराठी भाषी आबादी वाले एक अलग राज्य की वकालत की गई थी).

उन्होंने कहा, “हमने संघर्ष किया है, अपना खून दिया है और यह मुंबई पाई है. आपके पूर्वजों ने मुंबई के लिए कुछ नहीं किया. ये अहंकार नहीं चलेगा. मुंबई में आपकी (गुजराती) कंपनियां हमें धमकाती हैं. वे कहते हैं कि हम मराठियों को कोई काम नहीं देंगे.”

उन्होंने कहा, “मैं सभी गुजरातियों के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन मोदी के कारण कुछ गुजराती अहंकारी हो गए हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बेहतर होगा कि वे अपना व्यवहार सुधारें. अगर मोदी की वजह से आप मराठियों को नकार रहे हैं तो हम आपका सामान बांध देंगे और आपको वापस गुजरात भेज देंगे. गेट आउट.”

ठाकरे ने जनता को यह भी याद दिलाया कि जब भी मुंबई के लोग मुसीबत में होते हैं, चाहे वो बम विस्फोट, बाढ़, आग हो, “केवल शिव सैनिक ही मुंबई के लोगों की मदद के लिए जाते हैं, कोई भाजपा कार्यकर्ता नहीं”.

उन्होंने कहा, “शिवसैनिक पीड़ित से यह नहीं पूछते कि तुम कौन हो? चाहे आप मराठी, गुजराती, हिंदू या मुस्लिम, उत्तर या दक्षिण भारतीय हों.”

ठाकरे और खरगे ने मतदाताओं को यह भी याद दिलाया कि एमवीए सरकार ने कोविड महामारी के दौरान कैसे काम किया और विशेष रूप से तत्कालीन सरकार ने मुंबई में प्रवासियों की देखभाल कैसे की, चाहे उन्हें भोजन देना हो या दवाएं देना हो.

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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