मुंबई, 25 अप्रैल (भाषा) आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का 18,000 करोड़ रुपये जुटाना उसके लिए एक ‘नई जिंदगी’ है और यह कंपनी एक ‘स्मार्ट’ वापसी करने में सफल रहेगी।
भारी कर्ज बोझ से दबी वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) के जरिये 18,000 करोड़ रुपये का बड़ा कोष जुटाने में सफलता हासिल की है।
वोडाफोन आइडिया में आदित्य बिड़ला समूह की प्रवर्तक हिस्सेदारी है।
बिड़ला ने एफपीओ शेयरों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध किए जाने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि दूरसंचार कंपनी अपना नेटवर्क बढ़ाने, इसे सघनता देने और चुनिंदा 5जी सेवाओं की पेशकश पर ध्यान केंद्रित करेगी।
उन्होंने इसे वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) के लिए दूसरी जिंदगी ‘वीआई 2.0’ की शुरुआत बताते हुए कहा कि जुटाई गई रकम का कारोबार में निवेश किया जाएगा, जिससे वृद्धि का चक्र शुरू होगा।
बिड़ला ने समारोह में कहा, ‘वीआई एक स्मार्ट वापसी करेगी। यह पल वीआई 2.0 की शुरुआत का प्रतीक है।’
यह पूछे जाने पर कि क्या पूंजी जुटाने से कंपनी की ज्यादातर समस्याएं सुलझ जाएंगी, बिड़ला ने सकारात्मक अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘यह कंपनी के लिए एक तरह से नया जीवन है।’
इसके साथ ही बिड़ला ने वीआईएल के लिए यहां तक का सफर सुनिश्चित करने और दूरसंचार बाजार में तीन कंपनियों की मौजूदगी बनाए रखने में मदद करने के लिए सरकार के सुधार पैकेज को भी श्रेय दिया।
उन्होंने वीआई को ‘राष्ट्रीय संपत्ति’ बताते हुए कहा, ‘1.4 अरब लोगों का देश तीन निजी दूरसंचार कंपनियों का हकदार है। यह 21.5 करोड़ लोगों को सेवा देती है और उसके पास 8,000 मेगाहर्ट्ज से अधिक स्पेक्ट्रम है।’
बिड़ला ने संवाददाताओं से बातचीत में इंडस टावर्स में हिस्सेदारी बिक्री की खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि वीआई के प्रवर्तकों वोडाफोन और आदित्य बिड़ला समूह ने अब तक इसमें 1.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है और पिछले पांच वर्षों में कंपनी में आए 30,000 करोड़ रुपये के निवेश में से तीन-चौथाई प्रवर्तक कंपनियों से ही आए हैं।
उन्होंने कहा कि वोडाफोन आइडिया का कुल कर्ज अब 4,000 करोड़ रुपये ही रह गया है।
इसी कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंक अधिकारियों ने इस कंपनी से संबंधित मुश्किल दौर और चिंताओं को पार कर लिया है। उन्होंने दूरसंचार कंपनी में भरोसा और यकीन दर्शाने के लिए बिड़ला को श्रेय दिया।
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