नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) दैनिक उपभोग का सामान बनाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. (एचयूएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 1.53 प्रतिशत घटकर 2,561 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी को इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में 2,601 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
एचयूएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि आलोच्य तिमाही में शुद्ध बिक्री लगभग स्थिर होकर 15,013 करोड़ रुपये रही। कुल खर्च मार्च तिमाही में 1.15 प्रतिशत बढ़कर 12,100 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 11,962 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने बताया कि बीती तिमाही में उसकी कुल आय 15,441 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 15,375 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 10,282 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2022-23 में 10,143 करोड़ रुपये था।
कंपनी की कुल आय बीते वित्त वर्ष 62,707 करोड़ रुपये रही जो एक साल साल पहले 2022-23 में 61,092 करोड़ रुपये थी।
इस बीच, एचयूएल के निदेशक मंडल ने बुधवार को हुई बैठक में एक रुपये के अंकित मूल्य वाले शेयर पर 24 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने का प्रस्ताव रखा। इसके लिए साधारण आमसभा में शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी।
बयान के मुताबिक, ‘‘ प्रति शेयर 18 रुपये के अंतरिम लाभांश के साथ वर्ष के लिए कुल लाभांश 42 रुपये प्रति शेयर हो गया। यह वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक है।’’
एचयूएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक रोहित जावा ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में ‘‘जुझारू प्रदर्शन’’ किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम परिचालन उत्कृष्टता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ब्रांड और दीर्घकालिक क्षमताओं में निवेश को बढ़ाते हुए हमने अपने सकल मार्जिन को बढ़ाना जारी रखा है। सामान्य मानसून और बेहतर व्यापक-आर्थिक संकेतकों से भविष्य में उपभोक्ता मांग में धीरे-धीरे सुधार की आशा है।’’
भाषा निहारिका प्रेम
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