नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) सरकार ने अगले तीन साल में देश में सहकारी संस्था इफको द्वारा निर्मित किये जाने वाले एक नये उत्पाद ‘नैनो यूरिया प्लस’ उर्वरक की विशिष्टताओं को अधिसूचित कर दिया है।
नैनो यूरिया प्लस, नैनो यूरिया का एक नया संस्करण है जो महत्वपूर्ण विकास चरण में फसल की नाइट्रोजन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए है।
एक गजट अधिसूचना के अनुसार, सरकार ने नैनो यूरिया प्लस को तरल रूप में वजन के हिसाब से 16 प्रतिशत नाइट्रोजन सामग्री और पीएच मान 4-8.5 और चिपचिपाहट 5-30 के साथ मंजूरी दे दी है।
इसमें कहा गया है कि इस उत्पाद का निर्माण सहकारी प्रमुख इफको द्वारा तीन साल की अवधि के लिए किया जाएगा।
मौजूदा समय में, इफको ‘नैनो यूरिया’ की पेशकश करता है जिसमें वजन के हिसाब से 1-5 प्रतिशत नाइट्रोजन सामग्री होती है। नैनो यूरिया प्लस में नाइट्रोजन अधिक है।
इफको के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) यू एस अवस्थी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘इफको का नैनो यूरिया प्लस नैनो यूरिया का एक उन्नत फॉर्मूलेशन है जिसमें महत्वपूर्ण विकास चरण में फसल नाइट्रोजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पोषण को फिर से परिभाषित किया गया है। इसका उपयोग मृदा के स्वास्थ्य, किसान की लाभप्रदता और टिकाऊ पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक यूरिया और अन्य नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों के स्थान पर किया जाता है।
उन्होंने कहा कि यह सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता और दक्षता को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि यह एक क्लोरोफिल चार्जर, उपज बढ़ाने वाला और जलवायु अनुकूल खेती में मदद करता है।
इफको के एक अधिकारी के अनुसार, नए उत्पाद का व्यावसायिक उत्पादन जल्द ही गुजरात के कलोल संयंत्र, उत्तर प्रदेश के आंवला और फूलपुर में शुरू होगा।
इफको ने जून, 2021 में दुनिया का पहला ‘नैनो तरल यूरिया’ उर्वरक पेश किया। इसके बाद अप्रैल, 2023 में ‘नैनो डीएपी’ उर्वरक पेश किया गया।
अधिकारी ने कहा कि सहकारी समिति ने अगस्त, 2021 से अबतक नैनो यूरिया की 7.5 करोड़ बोतल बेची हैं, जबकि नैनो डीएपी की 45 लाख बोतल बेची गई हैं।
भाषा राजेश राजेश अजय
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