मुंबई, 17 अप्रैल (भाषा) गैर-प्रौद्योगिकी कारोबार क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी 2027 तक सभी स्तरों पर करीब एक-चौथाई बढ़ने की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
टीमलीज डिजिटल की रिपोर्ट ‘भारत के डिजिटल विकास के केंद्र में महिलाएं’ में कहा गया कि इसमें गैर-प्रौद्योगिकी व्यवसायों में प्रौद्योगिकी भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी दर 2023 में 19.4 लाख कार्यबल थी। इसके 2027 तक 24.3 प्रतिशत बढ़कर 24.1 लाख कर्मचारियों तक पहुंचने की उम्मीद है। इसमें नए कर्मचारी, कनिष्ठ, मध्यम स्तर के अधिकारी, शीर्ष नेतृत्व जैसे पद शामिल हैं।
अभी इन में प्रौद्योगिकी भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी केवल 0.5 प्रतिशत है। इसलिए महिला भागीदारी को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है।
टीमलीज डिजिटल की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नीति शर्मा ने कहा, ‘‘ प्रौद्योगिकी क्षेत्र तेजी से महिलाओं के रोजगार को प्राथमिकता दे रहा है। भारत की महिलाओं की एसटीईएम भागीदारी वैश्विक स्तर पर 43 प्रतिशत है, जो दुनिया में सबसे अधिक है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार के निरंतर प्रयासों और मातृत्व तथा शिशु देखभाल सहायता जैसे महिला-केंद्रित कार्यक्रमों से 2025 में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ सकती है।
टीमलीज डिजिटल की रिपोर्ट ‘भारत के डिजिटल विकास के केंद्र में महिलाएं उसके विस्तृत नेटवर्क और मालिकाना हक वाले डेटाबेस के साथ-साथ 2019 से 2023 तक कई सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है।
भाषा निहारिका अजय
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