लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अयोध्या से मौजूदा सांसद लल्लू सिंह ने पिछले हफ्ते मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक बैठक में कथित तौर पर कहा — सरकार को “नया संविधान बनाने” के लिए संसद में दो-तिहाई बहुमत की ज़रूरत होगी. पिछले दो महीने में इस तरह की टिप्पणी करने वाले वे पार्टी के तीसरे नेता हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में, लल्लू सिंह, जिन्हें पार्टी ने इस सीट से दोबारा टिकट दिया है, को यह कहते हुए सुना गया कि 272 सीटों के साथ भी सरकार बनाई जा सकती है, “लेकिन 272 सीटों के साथ बनी सरकार संविधान में संशोधन नहीं कर सकती”.
उन्हें कहते सुना जा सकता है, “उसके लिए या यहां तक कि अगर एक नया संविधान बनाना है, तो दो-तिहाई से अधिक बहुमत की आवश्यकता है.”
दिप्रिंट हालांकि, उस वीडियो की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर पाया है, जो कथित तौर पर शुक्रवार को सांसद की चुनावी बैठक में शूट किया गया था. हालांकि, टिप्पणियां आंबेडकर जयंती के दिन की गई हैं.
वे विपक्ष के इन आरोपों के बीच भी आए हैं कि भाजपा व्यवस्थित रूप से संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है.
अपनी ओर से अयोध्या के सांसद ने इसे “ज़ुबान फिसल जाना” बताया.
उन्होंने कहा, “मैं आरएसएस कार्यकर्ता रहा हूं और देश के कल्याण के बारे में इस तरह बात करने की मेरी आदत है. मैं बस यह कह रहा था कि अपने देश को महान बनाने के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि पीएम मोदी फिर से सत्ता में आएं और हमें संवैधानिक संशोधन करने की ज़रूरत हो सकती है, जिसके लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमें दो-तिहाई से अधिक बहुमत मिले.”
उन्होंने कहा कि उन्होंने यह बात “किसी गलत इरादे” से नहीं कही. उन्होंने पूछा, “हमारे नेता मोदी जी ने खुद कहा है कि आंबेडकर भी वापस आकर भी संविधान नहीं बदल सकते, इससे ज्यादा और क्या चाहिए?”
हालांकि, भाषण ने विपक्ष को नया हथियार दे दिया, जिसने केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि यह टिप्पणी तब सामने आई है जब मोदी ने देश को आश्वासन दिया था कि संविधान को नहीं बदला जा सकता, भले ही आंबेडकर खुद ऐसा करने की कोशिश कर लें.
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “अब, अयोध्या के वर्तमान भाजपा सांसद खुलेआम कह रहे हैं कि संविधान को बदलने के लिए 400 सीटों की ज़रूरत है. क्या मोदी जी उन्हें माफ करेंगे?”
आज अंबेडकर जयंती है।
परसों मोदी जी ने कहा था कि स्वयं अंबेडकर जी भी आ जाएँ तो भी संविधान नहीं बदल सकते।अब अयोध्या से भाजपा के वर्तमान सांसद लल्लू सिंह खुलेआम कह रहे हैं संविधान बदलना है इसलिए 400 सीटें जीतनी होंगी।
मोदी जी इन्हें दिल से माफ़ कर पाएँगे? pic.twitter.com/y6UdLj3uNf
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) April 14, 2024
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने भारत के चुनाव आयोग से भाषण पर संज्ञान लेने का आह्वान किया. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर “90-95 प्रतिशत लोगों को गुलाम बनाना चाहने” का आरोप लगाते हुए कहा कि पीडीए, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक समूह, जिनके वोटों को सपा हासिल करने की कोशिश कर रही है — “भाजपा को हराने” में मदद करेगा.
अखिलेश ने कहा, “PDA भाजपा को मिलकर हराएगा क्योंकि भाजपा पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को मिले आरक्षण को, नया संविधान बनाकर खत्म करना चाहती है. भाजपा जनता की सेवा या कल्याण के लिए नहीं बल्कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी द्वारा बनाए संविधान को बदलने के लिए जीतना चाहती है. सदियों से 4-5% प्रभुत्ववादी सोच के लोग 90-95% लोगों को अपना गुलाम बनाए रखना चाहते हैं. इसीलिए इस बार पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक मिलकर भाजपा को हराएंगे और संविधान व आरक्षण को बचाएंगे. चुनाव आयोग ऐसे बयानों का तुरंत संज्ञान ले क्योंकि संविधान को मूलभूत रूप से बदलने की बात करने से बड़ा लोकतांत्रिक उल्लंघन और क्या हो सकता है. जनता पूछ रही है हमारे अधिकारों के खात्मे की साज़िश क्या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है?”
PDA भाजपा को मिलकर हराएगा क्योंकि भाजपा पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों को मिले आरक्षण को, नया संविधान बनाकर ख़त्म करना चाहती है। भाजपा जनता की सेवा या कल्याण के लिए नहीं बल्कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा बनाए संविधान को बदलने के लिए जीतना चाहती है। सदियों से 4-5%… pic.twitter.com/bvFf1AioXX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 14, 2024
अयोध्या में आगामी लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान होगा. 2019 के आम चुनाव में 303 सीटें जीतने वाली बीजेपी की नज़र इस बार 370 सीटों पर है.
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संविधान पर पिछली टिप्पणियां
उत्तर कन्नड़ के छह बार के सांसद अनंत कुमार हेगड़े और राजस्थान की ज्योति मिर्धा के बाद पिछले दो महीनों में ऐसी टिप्पणी करने वाले लल्लू भाजपा के तीसरे नेता हैं.
कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए हेगड़े ने कहा कि भाजपा के मौजूदा बहुमत के साथ संविधान में संशोधन संभव नहीं है.
हेगड़े ने कहा था, “अगर संविधान में संशोधन करना है…कांग्रेस ने मूल रूप से अनावश्यक चीज़ों को भरकर संविधान को विकृत कर दिया, खासकर ऐसे कानून लाकर जिनका उद्देश्य हिंदू समाज को दबाना था…अगर यह सब बदलना है, तो यह नहीं है इस (वर्तमान) बहुमत के साथ संभव है.”
टिप्पणियों से राजनीतिक तूफान उठने के बाद, भाजपा ने यह कहते हुए उनसे दूरी बना ली कि ये हेगड़े के निजी विचार थे. अंततः उन्हें पार्टी के उत्तर कन्नड़ उम्मीदवार के रूप में हटा दिया गया.
भाजपा की नागौर उम्मीदवार ज्योति मिर्धा भी इस महीने की शुरुआत में तब विवादों में घिर गईं जब उन्होंने कहा कि अगर पार्टी संविधान में बदलाव करना चाहती है तो उन्हें लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सीटें चाहिए.
पिछले साल कांग्रेस से भाजपा में आईं मिर्धा ने बिना तारीख वाली एक वीडियो में लोगों के समक्ष कहा, “देशहित में कई कड़े फैसले लेने की ज़रूरत है. हमें उनके लिए संवैधानिक संशोधन करना होगा. यदि हमें संविधान में संशोधन करना है, तो आप में से बहुत से लोग जानते होंगे कि हमें संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा की मंजूरी की ज़रूरत होगी.”
इस टिप्पणी पर कांग्रेस नेता शशि थरूर और जयराम रमेश ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.
एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर ने पिछले महीने हेगड़े की टिप्पणियों का ज़िक्र किया.
थरूर ने एक्स पर कहा, “अनंत हेगड़े के बाहर निकलने के बाद, भाजपा नेताओं ने जल्दबाजी में इसे वापस भर दिया और उन्हें अपने उम्मीदवार की सूची से बाहर कर दिया. अब एक और भाजपा उम्मीदवार खुले तौर पर कह रहे हैं कि भाजपा का लक्ष्य संविधान को बदलना है.”
After Anant Hegde let the cat out of the bag, BJP leaders hastily stuffed it back in and dropped him from their candidate list. Now another BJP candidate openly says the BJP’s aim is to change the Constitution. How many more candidates can the BJP disavow for revealing the truth… https://t.co/iHYQWWk0mD
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) April 2, 2024
थ्रेड का जवाब देते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जयराम रमेश ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री स्वयं शामिल थे.
These are all orchestrated by the MahaSutradhar himself. It is deliberate strategy. https://t.co/yRx95SbCgb
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 2, 2024
उन्होंने कहा, “ये सब स्वयं महासूत्रधार ने आयोजित किया है. यह जानबूझकर की गई रणनीति है.”
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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