(सिमरन अरोड़ा)
झारसुगुड़ा (ओडिशा), 15 अप्रैल (भाषा) वेदांता के कार्यकारी वाइस चेयरमैन नवीन अग्रवाल के दो बेटों का धातु पुनर्चक्रण स्टार्टअप रुनाया ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए सभी कागजी कार्यवाही पूरी कर ली है और उसे केवल बैंकरों की हरी झंडी का इंतजार है।
रुनाया के सह-संस्थापकों में से एक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अन्नया अग्रवाल ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ कागजी कार्यवाही की बात करें तो हम तैयार हैं। हम पूरी तरह तैयार हैं।’’
हालांकि, आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) योजना को लेकर कंपनी के पास अभी तक कोई समयसीमा या तारीख नहीं है।
अग्रवाल ने कहा, ‘‘ हम अपनी कंपनी बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं… निष्पादन के दृष्टिकोण से हम तैयार रहने की कोशिश करते हैं… हम तैयार रहना चाहते हैं और हम सबसे अच्छी कंपनी बनाना चाहते हैं… और जब हमारे बैंकर हमें बताते हैं कि यह (आईपीओ के लिए) सही समय है, तब हम आगे बढ़ेंगे।’’
रुनाया में पहले ही करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। कारोबार के विस्तार के लिए अगले 18-20 महीने में अतिरिक्त 700 करोड़ रुपये लगाने की योजना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस (700 करोड़ रुपये के निवेश) में हमारे एल्युमीनियम ड्रॉस का विस्तार शामिल होगा। इसमें हमारे जिंक का विस्तार शामिल होगा….’’
मुंबई स्थित कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 57,377 मीट्रिक टन कचरे का पुनर्चक्रण किया जबकि 24,391 मीट्रिक टन हरित धातु का उत्पादन किया था।
कंपनी को चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अपना राजस्व 1,200 करोड़ रुपये और अगले वित्त वर्ष 2025-26 में 2,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
भाषा निहारिका
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