नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने सोमवार को कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग और बढ़ाने के बड़े अवसर मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का कौशल प्रशिक्षण विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी है और इसके प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उद्योग के परामर्श से विकसित किए जाते हैं।
ग्रीन ने यहां ऑस्ट्रेलिया-भारत कौशल भागीदारी शिखर सम्मेलन में कहा, ‘‘हम भारत की इस यात्रा का अहम हिस्सा बनना चाहेंगे क्योंकि वह अगले दशक में अपने कौशल की मांग को पूरा करने जा रहा है जो काफी बड़ी है।’’
भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। यह प्रति वर्ष आठ प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस समय दुनिया के हर देश की दिलचस्पी भारत में होगी।’’
ग्रीन ने कहा कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे की काफी पूरक हैं।
उच्चायुक्त ने कहा, ‘‘ हमारे पास कई कौशल और धातुएं, खनिज व ऊर्जा हैं जिनकी भारत को अपने वृद्धि के अगले चरण के लिए जरूरत होगी।’’
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के 10 लाख लोग हैं।
ग्रीन ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि हम एक मजबूत साझेदारी बना सकते हैं… सबसे महत्वपूर्ण भावना जिस पर साझेदारी बनाई जा सकती है वह कौशल तथा प्रशिक्षण से संबंधित है…’’
भारतीय संस्थानों, विश्वविद्यालयों और कॉरपोरेट जगत के लोगों के साथ साझेदारी की गति बढ़ाने के लिए 33 सदस्यीय ऑस्ट्रेलियाई भविष्य कौशल प्रतिनिधिमंडल यहां पहुंचा है।
भाषा निहारिका अजय
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