नई दिल्लीः पीएम मोदी की बिश्केक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने किस रास्ते से जाएंगे इस पर अब भी संशय बना हुआ है. वहीं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने अन्य मार्गों पर विचार करना शुरू कर दिया है. भारत सकार की ओर से समिट में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी के वीवीआईपी एयरक्राफ्ट के लिए बुधवार को दो मार्गों का विकल्प खोजा गया है. अब एक फैसले के तहत वीवीआईपी विमान बिश्केक के लिए ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों के मार्गों से उड़ान भरेगा.
MEA: Government of India had explored two options for the route to be taken by the VVIP Aircraft to Bishkek for the SCO Summit. A decision has now been taken that the VVIP Aircraft will fly via Oman, Iran and Central Asian countries on the way to Bishkek. pic.twitter.com/RKNJM8wrf7
— ANI (@ANI) June 12, 2019
एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए बिश्केक को वीवीआईपी विमान द्वारा ले जाने के मार्ग के बारे में मीडिया के सवालों के आधिकारिक प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है.
आधिकारिक प्रवक्ता एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए वीवीआईपी विमान द्वारा बिश्केक को जाने वाले मार्ग के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में बताया, ‘भारत सरकार ने बिश्केक को वीवीआईपी विमान द्वारा ले जाने के लिए दो विकल्पों की खोज की थी. अब एक निर्णय लिया गया है कि वीवीआईपी विमान बिश्केक के रास्ते पर ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों के माध्यम से उड़ान भरेगा.’
तीन महीने से बंद है रूट
गौरतलब है कि बालाकोट हमले के बाद से रूट लगभग तीन महीने से बंद है. यह रूट बंद होने से यूरोप जाने के लिए भारतीय यात्रियों के लिए महंगा पड़ रहा है. पाकिस्तान के इस क़दम से पूर्व से पश्चिम और पश्चिम से पूर्व की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं.
इससे जहां हवाई कंपनियों के ख़र्चा बढ़ा है वहीं उड़ानों का समय भी बढ़ गया है. कई उड़ानें जो नॉन-स्टॉप थीं अब उन्हें ईंधन के लिए रुकना पड़ता है जिसकी लागत अलग से देनी पड़ रही है. इस पाबंदी से सबसे ज़्यादा प्रभाव पाकिस्तान के पड़ोसी देशों पर पड़ा है.
वहीं लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब इस रूट पर पाबंदी सबके लिए है तो प्रधानमंत्री मोदी क्यों चाहते हैं कि उनके लिए रास्ता खोला जाए.
भारत-पाकिस्तान के बीच नहीं होगी वार्ता
भारत ने गुरुवार को कहा था कि 13-14 जून को किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां पत्रकारों को कहा, ‘जहां तक मेरी जानकारी है, बिश्केक के एससीओ सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बैठक की कोई योजना नहीं बनाई गई है.’
पाकिस्तान के विदेश सचिव के भारत दौरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये उनका निजी दौरा था और किसी तरह की कोई आधिकारिक मुलाकात नहीं हुई. ईद से पहले पाकिस्तान के विदेश सचिव सोहेल महमूद दिल्ली आए थे. उन्होंने ईद की नमाज भी दिल्ली की जामा मस्जिद में अता की थी. इसके बाद से अटकलें लगाई जा रहीं थी कि दोनों देशों के रिश्तों में सुधार के लिए वह पीएम से मुलाकात करेंगे.