मुंबई, चार अप्रैल (भाषा) एचडीएफसी विलय के प्रभाव के कारण वित्त वर्ष 2023-24 में प्रतिभूतिकरण मात्रा की वृद्धि चार प्रतिशत घटकर 1.88 लाख करोड़ रुपये रही।
घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में प्रतिभूतिकरण की मात्रा 33 प्रतिशत बढ़कर 1.80 लाख करोड़ रुपये हो गई थी।
एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा कि उन्हें वित्त वर्ष 2024-25 में प्रतिभूतिकरण की मात्रा के दो लाख करोड़ रुपये को पार करने की उम्मीद है।
इक्रा के समूह प्रमुख अभिषेक डफरिया ने कहा, ‘‘ एनबीएफसी (गैर-बैंक वित्त कंपनियां) और एचएफसी (हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां) द्वारा सह-ऋण की बढ़ती हिस्सेदारी प्रतिभूतिकरण बाजार में वृद्धि को चुनौती देगी, हालांकि इस समय हम वित्त पोषण के दोनों तरीकों में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि अगर एचडीएफसी को हटा दिया जाए, तो वित्त वर्ष के दौरान प्रतिभूतिकरण मात्रा में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भाषा निहारिका
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